नई दिल्ली। पांचों राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के चेहरे के तौर पर मुखर रही प्रियंका गांधी एक बार फिर से चर्चा में हैं। दरअसल, कांग्रेस ने अपना फाइनल घोषणापत्र जारी कर दिया है, जिसके कवर लेटर पर केवल मां और बेटे यानी राहुल और सोनिया गांधी की तस्वीरें लगी हुई हैं, लेकिन इसमें प्रियंका गांधी नदारद दिख रही हैं, जिसने राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर हलचल बढ़ा दी है। इसके निहितार्थ निकाले जा रहे हैं कि आखिर क्यों प्रियंका गांधी का चेहरा पोस्टर से गायब कर दिया गया है। जिस प्रियंका ने एक सवाल के जवाब में खुद को कांग्रेस द्वारा अच्छा प्रदर्शन करने पर सीएम फेस के रूप में आगे कर दिया था अब उनका चेहरा तक पोस्टर में नहीं दिख रहा है? क्या यह कांग्रेस की कोई रणनीति है, और यदि है भी तो ये कौन सी स्ट्रैटजी है कि मुख्य किरदार ही गायब कर दिया गया है। आइए थोड़ा तह में चलते हैं..
बैनर तक में मौजूद नहीं थीं प्रियंका
हालांकि, प्रियंका गांधी कांग्रेस का फाइनल घोषणापत्र जारी करने खुद लखनऊ आईं थीं, लेकिन गौर करने की बात है कि इस कार्यक्रम के बैनर तक में उनकी फोटो नहीं थी। विदित हो कि दिसंबर माह में प्रियंका ने सबसे पहले शक्ति विधान नाम से कांग्रेस का पहला घोषणा पत्र जारी किया था, उस समय कांग्रेस के यूपी मुख्यालय में इसके लिए बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था और उस समारोह में बैनर और घोषणा पत्र के कवर पेज पर सिर्फ प्रियंका गांधी की ही फोटो थी। लेकिन हाल ही में जब लखनऊ में उन्नतिविधान जारी किया गया तो बिल्कुल उलट नजारा देखने को मिला। इसमें प्रियंका गायब थीं और केवल दो चेहरें राहुल और सोनिया पोस्टर पर नजर आ रहे थें।
अंदर के पन्नों पर मौजूद हैं प्रियंका
बता दें कि कांग्रेस ने जो अपना अंतिम घोषणापत्र जारी किया है वह कुल 36 पेजों में निहित है। इसमें प्रियंका कवर पेज पर तो मौजूद नहीं हैं, लेकिन अंदर के तीन अलग-अलग पेजों पर उनकी फोटोज मौजूद है। पहली तस्वीर तीन नंबर पेज पर है जिसमें वह खेत में बैठकर एक किसान से चर्चा कर रही हैं। उनकी दूसरी तस्वीर 28 नंबर पेज पर है जिसमें वे गांव की कुछ महिलाओं के साथ पैदल चल रही हैं। इसके अलावा चार नंबर पेज पर प्रियंका की एक छोटी सी फोटो है, जिसमें वे युवाओं से वर्चुअली बात कर रही हैं।