नई दिल्ली। एनसीपी नेता अजीत पवार के पाला बदलने के बाद महाराष्ट्र में शुरू हुआ राजनीतिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद उन्हें उम्मीदों के मुताबिक वित्त मंत्रालय की कमान सौंपी गई है, लेकिन यह कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि वो मुख्यमंत्री बनने की मुराद लेकर ही शिंदे गुट में शामिल हुए हैं, लेकिन अब उनकी इस मुराद में पेंच फंस रहा है। आखिर क्या है वो पेंच? समझने के लिए आपको जानना होगा कांग्रेस नेता वेडट्टीवार के उस बयान को जिसने अभी महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल मचा दिया है। आइए, जानते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है?
दरअसल, कांग्रेस नेता विजय वेडट्टीवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान दावा किया है कि पीएम मोदी ने अजीत पवार के समक्ष शर्त रखी है कि अगर वो अपने चाचा शरद पवार को एनडीए में शामिल कराने में कामयाब रहते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से विभूषित किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, अजीत पवार को लोकसभा चुनाव से पहले शरद पवार को एनडीए में शामिल कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि बीते दिनों अजीत इसी सिलसिले में अपने चाचा शरद से मिलने एक मर्तबा उनके आवास और दूसरी मर्तबा बिजनेसमैन दीपक चाबरिया के घर पर मिलने गए थे।
हालांकि, उस वक्त कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई थी कि आखिर दोनों के बीच किन मुद्दों पर चर्चा हुई है, लेकिन अब कांग्रेस नेता के उक्त दावे परिलक्षित हो रहा है कि अजीत पवार अपने चाचा को एनडीए में शामिल कराने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं। बहरहाल, अब अजीत की यह जद्दोजहद कितनी सफल हो पाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आप यह लीजिए कि शरद पवार अभी इंडिया गठबंधन में हैं, जिसने यूपीए की जगह ली है।
इसके अलावा कांग्रेस नेता विजय ने बीजेपी पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी को दो पार्टियों को दो फाड़ करने के बावजूद भी संतुष्टि नहीं मिली है। अब बीजेपी शरद पवार को अपने पाले में करना चाहती है, क्योंकि वो जानती है कि शरद बड़े कद के नेता हैं।