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Varun Gandhi: बीजेपी ने टिकट काटा और अखिलेश यादव ने भी दे दिया झटका, अब पीलीभीत में सियासत के इन दो में से वरुण गांधी को चुनना होगा एक रास्ता

Varun Gandhi: वरुण गांधी लगातार पीलीभीत सीट से जीतते रहे। 2019 में पीलीभीत सीट को बीजेपी के टिकट पर जीतने वाले वरुण गांधी बीच में बीजेपी की लाइन से हटकर बयानबाजी के लिए भी चर्चा में रहे। खासकर किसान आंदोलन के दौरान वरुण गांधी ने विपक्ष के नेताओं की तरह बयान दिया था।

पीलीभीत। बीजेपी ने यूपी की पीलीभीत लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया है। वरुण गांधी की जगह योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को बीजेपी ने पीलीभीत सीट से टिकट दिया है। वरुण गांधी का टिकट काटने वाली बीजेपी ने उनकी मां मेनका गांधी को सुलतानपुर से टिकट दिया है। इस मामले में वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी ने अभी चुप्पी साधी हुई है। इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है कि वरुण गांधी अब क्या रुख अपनाते हैं।

वरुण गांधी लगातार पीलीभीत सीट से जीतते रहे। 2019 में पीलीभीत सीट को बीजेपी के टिकट पर जीतने वाले वरुण गांधी बीच में बीजेपी की लाइन से हटकर बयानबाजी के लिए भी चर्चा में रहे। खासकर किसान आंदोलन के दौरान वरुण गांधी ने विपक्ष के नेताओं की तरह सरकार के खिलाफ बयान दिया था। सीएम योगी के खिलाफ भी वरुण गांधी के बयान चर्चा का विषय रहे थे। हालांकि, लोकसभा चुनाव आते देख वरुण ने बीते दिनों बीजेपी नेताओं के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था और उसमें पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। इसके बाद भी उनका टिकट बीजेपी नेतृत्व ने काट दिया।

varun gandhi

वरुण गांधी के बारे में बीते दिनों ये खबर भी आई थी कि उन्होंने नामांकन पत्र के 4 सेट खरीदे हैं। इससे लग रहा था कि वो पीलीभीत से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। चर्चा इसकी भी रही है कि वरुण गांधी समाजवादी पार्टी के खेमे में जा सकते हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीलीभीत सीट से अपने प्रत्याशी के तौर पर भगवत सरन गंगवार को मैदान में उतारा है। अब वरुण गांधी के सामने दो ही रास्ते हैं। पहला तो ये कि बीजेपी की मर्जी को वो मान लें और पार्टी प्रत्याशी जितिन प्रसाद को जिताने के लिए जुटें। दूसरा रास्ता बतौर निर्दलीय या किसी और पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर पीलीभीत से लोकसभा का चुनाव लड़ें। अब सबकी नजर इस पर है कि इन दोनों रास्तों में से कौन सा वरुण गांधी अख्तियार करते हैं। पीलीभीत में पहले दौर में ही 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव की वोटिंग है।