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Manipur Violence: मणिपुर में महिलाएं बनी सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में रोड़ा, छोड़ने पड़े 12 उग्रवादी

Manipur Violence: सुरक्षाबलों का ये ऑपरेशन तब विफल हो गया जब उनके सामने महिलाएं भीड़ के रूप में पहुंच गई। ऐसे में बवाल और खून खराबे की आशंका के बाद सुरक्षाबलों को उन पकड़े गए 12 गिरफ्तार उग्रवादियों को छोड़ना पड़ा।

नई दिल्ली। मणिपुर में जारी हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही। एक बाद एक यहां से लगातार बवाल देखने को मिल रहा है। 2 महीने का वक्त हो चुका है लेकिन अब भी मणिपुर चर्चा में है। बीते दिन शनिवार 24 जुलाई को घटी एक और घटना के बाद अब मणिपुर चर्चा में आ गया है। बता दें, सुरक्षाबलों को इंटेलिजेंस इनपुट मिला था। इस यूचना के आधार पर ही पूर्वी इंफाल जिले के इटहाम गांव में सुरक्षाबल ऑपरेशन चला रहे थे। तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को कामयाबी भी मिली और KYKL के 12 काडरों को पकड़ लिया गया। हालांकि सुरक्षाबलों का ये ऑपरेशन तब विफल हो गया जब उनके सामने महिलाएं भीड़ के रूप में पहुंच गई। ऐसे में बवाल और खून खराबे की आशंका के बाद सुरक्षाबलों को उन पकड़े गए 12 गिरफ्तार उग्रवादियों को छोड़ना पड़ा।

Manipur Violence

भारतीय सेना की स्पीयर कोर की तरफ से शनिवार को घटी इस घटना की जानकारी दी गई। इस जानकारी में बताया गया कि मणिपुर के इथम गांव में सुरक्षा बलों द्वारा एक तलाशी अभियान चलाया गया था। इस तलाशी अभियान में केवाईकेएल (कांगलेई यावोल कन्ना लूप) विद्रोही समूह के 12 गिरफ्तार उग्रवादी धर-दबोचे गए थे। उग्रवादियों के साथ ही हथियार, गोला-बारूद और युद्ध में इस्तेमाल होने वाली कई चीजें भी बरामद हुई थी। हालांकि बावजूद इसके उन्हें इन पकड़े गए उग्रवादियों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। भारतीय सेना की स्पीयर कोर की तरफ से ये भी बताया गया है कि सुरक्षाबलों को इलाके में 1200 से 1500 महिलाओं द्वारा घेर लिया गया था। बाद में हिंसा की आशंका को देखते हुए सुरक्षाबलों को इन पकड़े गए उग्रवादियों को मजबूरन छोड़ना पड़ा।

Manipur Violence

रक्षा मंत्रालय की तरफ से इसे लेकर एक बयान जारी हुआ है। इस बयान में ये कहा गया है कि सुरक्षाबलों द्वारा जिन 12 उग्रवादियों को पकड़ा गया था उनमें स्वघोषित लेफ्टिनेंट कर्नल मोइरांगथम तांबा उर्फ उत्तम भी शामिल था। तांबा,  साल 2015 में डोगरा की 6वीं बटालियन पर हमले का मास्टमाइंड था। अब इस मामले के सामने आने के बाद भारतीय सेना द्वारा मणिपुर की जनता से अपील की गई है कि वो कानूनी कार्यवाही में रूकावट बनने की बजाय मदद करें। मणिपुर में शांति और कानून व्यवस्था स्थापित हो इसके लिए सुरक्षाबलों का सहयोग करें।