newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

गांव की महिलाओं के लिए राहत का मानसून बनकर बरसी योगी सरकार, कोरोना काल में सुविधाओं की झड़ी

सरकार की ओर से इन महिलाओं को मास्क बनाने समेत सिलाई, कढाई, पत्तल, मसाले जैसे उत्पादों के निर्माण में मदद की जा रही है। योगी सरकार का मकसद इन महिलाओं को स्वावलंबी बनाने से है।

नई दिल्ली। कोरोना काल में योगी सरकार लगातार राहत पहुंचाने और स्वावलंबी बनाने के अभियान में जुटी हुई है। इसी कड़ी में योगी सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन के लिए आगे आई है। सरकार की ओर से इन महिलाओं को मास्क बनाने समेत सिलाई, कढाई, पत्तल, मसाले जैसे उत्पादों के निर्माण में मदद की जा रही है। योगी सरकार का मकसद इन महिलाओं को स्वावलंबी बनाने से है।

up cm yogi adityanath

इनमें से ज्यादातर महिलाएं प्रवासी कामगारों व श्रमिकों के परिवारों की हैं। योगी सरकार का लक्ष्य इन महिलाओं के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और स्वावलंबन को बढावा देने का है। योगी सरकार ने ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रदेश की 31 हजार 938 महिला स्वयं सहायता समूहों को खासी आर्थिक मदद मुहैया कराई है। योगी सरकार की ओर से इन्हें 218.49 करोड़ का रिवाल्विंग फंड उपलब्ध कराया गया है।

Migrants worker

योगी सरकार की इस योजना से 38 लाख 25 हजार 649 परिवारों को सीधा फायदा होने की उम्मीद है। इन स्वयं सहायता समहों में बड़ी संख्या वंचित समाज की महिलाओं की भी है। आंकड़ों के मुताबिक सरकार की इस योजना से 196 वनटांगिया, 2477 मुसहर और 366 थारू जनजाति की महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों सहायता मिली है।

मुख्यमंत्री योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन महिलाओं से संवाद किया और इन्हें यह कहते हुए प्रोत्साहित किया कि अच्छे उत्पाद बनाइए, सरकार आपकी पूरी मदद करेगी। यूपी सरकार की मदद से लखीमपुर खीरी और सिद्धार्थनगर में पीपीई किट बना रहे महिला स्वयं सहायता समूह को यह रिवाल्विंग फंड उपलब्ध कराया गया है।