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Maharashtra: ‘मुख्यमंत्री की गद्दी तभी पाओगे जब शरद पवार को साथ लाओगे..महाराष्ट्र विधानसभा में अजित पवार को लेकर नेता विपक्ष का दावा

Maharashtra: ऐसे में कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि अगर अजीत पवार फिर से पलटी मारते हैं या फिर शरद पवार के और विधायकों को अपने पाले में खींचने का प्रयास करते हैं तो आगे किस तरीके से महाराष्ट्र में सियासी गर्मी बढ़ेगी।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा में एक हालिया बयान में विपक्ष के नेता विजय वडेतिवार ने एक अहम आरोप लगाया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अजित पवार को एक खास शर्त के तहत महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया है। वडेतीवार के मुताबिक, पीएम मोदी ने अजित पवार से कहा कि वह तभी सीएम बनेंगे जब शरद पवार को साथ लाएंगे। वडेतिवार का बयान विपक्षी नेता के भतीजे अजित पवार और शरद पवार के बीच हुई मुलाकात के बाद आया है। कुछ दिन पहले, अजित पवार ने शरद पवार से गुप्त रूप से मुलाकात की थी, जिससे पत्रकारों और राजनीतिक जानकारों को उनकी चर्चा के बारे में एनालिसिस करने की उत्सुकता हुई।

कोल्हापुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, अजीत पवार ने आगे टिप्पणी की, “बैठक के बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। पवार साहब (शरद पवार) ने पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। मीडिया पवार परिवार के सदस्यों के बीच मीटिंग को अत्यधिक ध्यान दे रहा है, जिससे अनावश्यक माहौल पैदा हो रहा है।” यह अनुमान लगाने का कोई कारण नहीं है कि बैठक के दौरान कुछ भी असाधारण हुआ।”

महाराष्ट्र में अजीत पवार और शरद पवार के बीच सियासी खींचतान एक लंबे समय से चली आ रही है और इसमें सुप्रिया सुले भी एक महत्वपूर्ण भूमिका में है।  इससे पहले जब महाराष्ट्र में बगावत के स्वर सुनाई दिए थे, उस समय शरद पवार ने जैसे-तैसे हालात को संभाल लिया था। एनसीपी को टूटने से बचा लिया था। लेकिन इसके बाद अजित पवार लगातार अपने खेमे को मजबूत करते रहे और आखिरकार एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल हो गए। लेकिन अब एक बार फिर शरद पवार और अजीत पवार की मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना के अंदर बेचैनी नजर आ रही है। ऐसे में कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि अगर अजीत पवार फिर से पलटी मारते हैं या फिर शरद पवार के और विधायकों को अपने पाले में खींचने का प्रयास करते हैं तो आगे किस तरीके से महाराष्ट्र में सियासी गर्मी बढ़ेगी।