नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को अब ‘जेड’ श्रेणी के तहत सुरक्षा मिलेगी। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर मुख्य चुनाव आयुक्त की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालाँकि, गृह मंत्रालय ने सुरक्षा चिंताओं पर आईबी की रिपोर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी मीडिया के साथ साझा नहीं की है। ‘जेड’ श्रेणी सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत राजीव कुमार की सुरक्षा में सीआरपीएफ कमांडो समेत कुल 33 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
इसमें कुमार के आवास पर तैनात 10 सशस्त्र स्टैटिक गार्ड, चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करने वाले छह निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) और तीन शिफ्टों में काम करने वाले 12 सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, कुमार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर शिफ्ट में दो वॉचर और तीन ट्रेंड ड्राइवर स्टैंडबाय पर रहेंगे।
Ahead of the #LokSabhaElections, the Central government has provided prestigious ‘Z’ category Central Reserve Police Force (CRPF) security cover to Chief Election Commissioner #RajivKumar across the country due to international #threats, according to sources.… pic.twitter.com/EQz4ujSrqf
— The Statesman (@TheStatesmanLtd) April 9, 2024
सूत्रों के मुताबिक, राजीव कुमार की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक परिदृश्य में बढ़ती अशांति के बीच आया है। तृणमूल कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 1984 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने 15 मई, 2022 को 25वें सीईसी के रूप में पदभार ग्रहण किया। इससे पहले, उन्हें 1 सितंबर, 2020 को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था। सेवानिवृत्त होने से पहले, उन्होंने अपना अधिकांश समय बिहार और झारखंड में प्रशासनिक भूमिकाओं में बिताया। झारखंड में उनके कार्यकाल के दौरान उनके कार्यों की काफी प्रशंसा हुई।