नई दिल्ली। यह तो सभी जानते है, कि गुलाबी होंठ खूबसूरती में चार चांद लगाती है। पिंक लिप्स हर किसी को पसंद आते हैं, और यह हेल्दी होने का संकेत भी देते हैं। लेकिन कई लोगों के लिप्स का कलर समय के साथ ही काला पड़ना शुरू हो जाता है। आमतौर पर केयर न होने की वजह से भी यह बदलाव देखा जाता है। लेकिन कई बार सेहत में हो रहे बदलावों की वजह से भी इस तरह का परिवर्तन देखा जाता है। होंठों के कालेपन की अन्य वजहों को जानें तो हाइपरपिग्मेंटेशन या अतिरिक्त मेलेनिन भी इसकी वजहें होती हैं।
मॉइश्चराइजिंग की कमी
कई बार लोग स्किन की देखभाल तो कर लेते हैं लेकिन लिप्स की ही केयर नहीं हो पाती जिस वजह से हाइड्रेशन और पोषण की कमी हो जाती है। जिस वजह से होठ ड्राई और बदरंग होने लगते हैं। अगर आपकी लिप्स काली पड़ रही है तो इस आदत को बदलें और इन पर कोकोआ या शीया बटर वाली क्रीम या लिपबाम का इस्तेमाल करें।
पानी का आभाव
हमारी त्वचा में 70% पानी ही होता है और जब शरीर में पानी का इंटेक कम होने लगता है तो होंठों पर भी इसका असर दिखाई देता है। ऐसे में होंठों की त्वचा में भी हाइड्रेशन के अभाव हो जाता है, जिस वजह से वह बदरंग और ड्राई होने लगती हैं।
एक्सफोलिएट ना करना
हमें हर सप्ताह स्किन के साथ होंठों को एक्सफोलिएट करना बहुत जरूरी होता है लेकिन यदि ऐसा नहीं किया जाता, तो इस पर बन रहे डेड स्किन नहीं हट पाते और लिप्स ड्राई और काले दिखने शुरू हो जाते हैं।
स्मोकिंग करना
दरअसल तंबाकू के धुएं में निकोटिन और बेंजोपायरीन पाया जाता है जो शरीर को मेलेनिन के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर सकती है और इससे होंठ भी काले हो सकते हैं।
केयर कम करना
बात जब स्किन केयर की आती है तो हम होंठों की केयर को नजरअंदाज कर देते हैं। मॉइश्चराइजिंग से लेकर एक्सफोलिएशन तक हमारे होठों के लिए बेहद जरूरी है। ऐसे में रोजाना बादाम ऑयल से मसाज करना काफी फायदेमंद होता है।