newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

अनसुनी कहानियां: जब पति को रंगे हाथ किसी दूसरी महिला के साथ पकड़ा, मैं हिल गई क्योंकि प्रेग्नेंट थी…

अनसुनी कहानियां: बिना बच्चे के परिवार पूरा नहीं होता है और हर परिवार को पूरा करने में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है लेकिन कई बार गर्भावस्था में कुछ पति पिता होना का फर्ज भूलकर अपनी शारीरिक जरूरतों को पूरा करने की कोशिश में लग जाते हैं।

नई दिल्ली। एक परिवार तभी पूरा होता है जब परिवार में किसी बच्चे का जन्म होता है। बिना बच्चे के परिवार पूरा नहीं होता है और हर परिवार को पूरा करने में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है लेकिन कई बार गर्भावस्था में कुछ पति पिता होना का फर्ज भूलकर अपनी शारीरिक जरूरतों को पूरा करने की कोशिश में लग जाते हैं। ऐसा ही कुछ हमारी पाठिका के साथ हुआ। पाठिका का नाम स्वीटी (बदला हुआ नाम) है जो गुजरात की रहने वाली हैं। उन्होंने हमारे साथ अपनी कहानी शेयर की हैं।

महिला ने बताई आपबीती

स्वीटी ने बताया कि वो अपने पति से बहुत प्यार करती हैं लेकिन गर्भावस्था के दौरान उनके पति ने उन्हे धोखा दिया। उन्होंने बताया- हमारी शादी बहुत अच्छी चल रही थी। हमारी शादी को ज्यादा समय भी नहीं हुआ। शादी तय होने के साथ मेरी बॉन्डिंग आरव के साथ बहुत बढ़ गई है। जिंदगी फैरीटेल लगने लगी थी। हमारी शादी हुई, हम घूमे-फिरे..। अपनी शादी और परिवार को समय देने के लिए मैंने अपने करियर तक को ठुकरा दिया, क्योंकि मैं आरव के प्यार में डूब चुकी थी। लेकिन दिन कुछ ऐसा हुआ कि मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। मेरा प्यार पति किसी और महिला से इश्क लड़ा रहा था।

पति ने दिया धोखा

मैं आपको बता दूं कि जिस वक्त मुझे पति के धोखे के बारे में पता चला, मैं प्रेग्नेंट थी। दरअसल एक दिन मैंने आरव के फोन पर एक मैसेज देखा जिस पर बेबे लिखा हुआ था। हिम्मत करके मैंने मैसेज देखा तो दोनों काफी दिनों से सेक्सिट चैट कर रहे थे। ये देखकर मेरा दिल टूट गया लेकिन मैंने खुद को होने वाले बच्चे के लिए संभाला। मैंने आरव का पीछा किया और पाया कि वो उस महिला से मिलने गया था। महिला दिखने  में काफी आकर्षित थी। मैंने खुलकर अपने पति से इस बारे में बात की और वो काफी शर्मिंदा भी हुए। उन्होंने माफी मांगी और मुझे माफ भी करना पड़ा क्योंकि ये मेरा नहीं मेरे बच्चे की जिंदगी का सवाल था। मैं भी अब आरव से सारा ध्यान हटाकर सिर्फ अपने बच्चे पर ध्यान देती हूं।…।