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Tokyo Paralympics: अवनि लेखरा ने रचा इतिहास, टोक्यो पैरालंपिक में दूसरा मेडल किया अपने नाम

Tokyo Paralympics: राजस्थान की अवनि लेखरा ने (Avani Lekhara) ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में गोल्ड के बाद ब्रॉन्ज मेडल जीत इतिहास रच दिया है। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन एसएच1 में 19 साल की अवनि लेखरा ने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया।

नई दिल्ली। राजस्थान की अवनि लेखरा ने (Avani Lekhara) ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में गोल्ड के बाद ब्रॉन्ज मेडल जीत इतिहास रच दिया है। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन एसएच1 में 19 साल की अवनि लेखरा ने तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया। कुछ दिनों पहले ही महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में अवनि लेखरा ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। लेखरा के इस मेडल के जीतने के बाद भारत के पदकों की संख्या 12 हो गई है।

टोक्यो पैरालंपिक 2020 में अब तक 2 गोल्ड, 6 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल भारत के नाम है। भारत को हाई जंप में ही कुल 4 पदक मिले हैं दो कि पैरालंपिक इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले साल 2016 में भारत ने रियो पैरालंपिक में 2 गोल्ड सहित 4 मेडल जीते थे।

दो मेडल जीतने वाली पहली महिला लेखरा

इस मेडल को जीतने के बाद अवनि लेखरा ऐसी पहली महिला बन गई हैं जिन्होंने एक ही ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में दो मेडल जीते हैं। इससे पहले भारत की तरफ से ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में सबसे ज्यादा पदक जोगिंदर सिंह बेदी ने जीते हैं। साल 1984 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक खेलों में बेदी ने एक रजत और दो कांस्य पदक पदक जीता था। गोला फेंक में बेदी को रजत जबकि चक्का और भाला फेंक में कांस्य पदक मिले थे।

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टोक्यो ओलंपिक और पैरालिंपिक खेलों में गए सभी भारतीय खिलाड़ियों ने पीएम नरेंद्र मोदी, पूर्व खेल मंत्री किरेन रिजिजू और मौजूदा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की भरपूर तारीफ की थी। खिलाड़ियों ने कहा कि तीनों ने उनके खेल पर ध्यान रखा। बेहतरीन ट्रेनिंग दिलवाई और ओलंपिक से पहले उनसे पीएम मोदी ने बात करके हौसला बढ़ाया। इसका उनके प्रदर्शन पर बेहतरीन असर पड़ा और इस बार भारत की झोली में खूब मेडल गिरे।