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Tokyo Paralympics: टोक्यो पैरालंपिक बैडमिंटन में प्रमोद भगत का गोल्ड पर कब्जा, मनोज सरकार ने जीता कांस्य

Tokyo Paralympics: प्रमोद भगत ने गोल्ड पर कब्जा कर लिया है। प्रमोद भगत ने ब्रिटेन के खिलाड़ी बेथेल डेनियल को मात देकर गोल्ड अपने नाम किया है। इससे पहले प्रमोद भगत ने सेमीफाइनल में जापान के फुजिहारा डाइसुके को सीधे गेम में 21-11, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।

टोक्यो। टोक्यो पैरालंपिक बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने गोल्ड पर कब्जा कर लिया है। प्रमोद भगत ने ब्रिटेन के खिलाड़ी बेथेल डेनियल को मात देकर गोल्ड अपने नाम किया है। भगत ने शनिवार को बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएल3 फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के वर्ल्ड नंबर-2 डेनियल बेथेल को 21-14, 21-17 से मात दी। इस जीत के साथ ही 33 साल के प्रमोद भगत पैरालंपिक के बैडमिंटन इवेंट में गोल्ड हासिल करने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए हैं। इससे पहले प्रमोद भगत ने सेमीफाइनल में जापान के फुजिहारा डाइसुके को सीधे गेम में 21-11, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।

प्रमोद भगत के साथ ही एसएल3 वर्ग में ही मनोज सरकार ने कांस्य पदक जीत लिया है। जापान के डाइसुके फुजिहारा को 46 मिनट में 22-20, 21-13 से शिकस्त देते हुए उत्तराखंड के रहने वाले मनोज ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में सफलता हासिल की है। गौरतलब है कि सेमीफाइनल में मनोज सरकार को डेनियल बेथेल ने हरा दिया था।

टोक्यो पैरालंपिक का 11वां दिन भारत के लिए बेहद शानदार रहा। दिन की शुरुआत भारत की झोली में निशानेबाजी में दो पदक गिरने के साथ हुई। मनीष नरवाल ने स्वर्ण तो सिंहराज रजत पदक जीते। मनीष ने को पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा एसएच-1 स्पर्धा में गोल्ड मिला जबकि इसी मुकाबले में सिंहराज अडाना ने बेहतरीन निशाना साधते हुए रजत पदक पर कब्जा जमाया।  सिंहराज का टोक्यो पैरालंपिक में ये दूसरा पदक है। बता दें कि 1960 से पैरालिंपिक हो रहे हैं। भारत साल 1968 से पैरालिंपिक में हिस्सा ले रहा है। साल 1976 और 1980 में भारत ने इन खेलों में हिस्सा नहीं लिया था।