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Afghanistan: आतंक के सरगनाओं से भरी है तालिबान की नई सरकार, किसी पर करोड़ों का इनाम, तो कोई है अमेरिका का ‘Most Wanted’

Afghanistan: अफगानिस्तान मे तालिबान के कब्जे के बाद देश के हालात काफी बिगड़ गए हैं। रोजाना तालिबान से एक नई खबर सामने आ ही जाती है। वहीं अब बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी नई सरकार का ऐलान कर दिया है।

नई दिल्ली। अफगानिस्तान मे तालिबान के कब्जे के बाद देश के हालात काफी बिगड़ गए हैं। रोजाना तालिबान से एक नई खबर सामने आ ही जाती है। वहीं अब बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी नई सरकार का ऐलान कर दिया है। जिसके अनुसार  मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद को अफगानिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया गया है। इसके साथ ही अफगानिस्तान में पूरी कैबिनेट का ऐलान भी कर दिया गया है। तालिबान की इस पूरी कैबिनेट में कई ऐसे चेहरे शामिल हैं, जिन्हे संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल आतंकी घोषित किया हुआ है, तो वहीं कई ऐसे लोगों को भी मंत्री पद दिया गया है जिन्हे अमेरिका ने ईनाम घोषित किया हुआ है।

ऐसे में अब ये सभी चिन्हित आतंकी एक देश की सरकार को चलाएंगे और पूरे अफगानिस्तान की किस्मत इन मंत्री बने आतंकियों के हाथ में ही है। वैसे तो अफगानिस्तान की नई तालिबान सरकार का हर चेहरा विवादित बैकग्राउंड रखता है, लेकिन आज हम उनकी बात करते हैं जिनपर सबसे ज्यादा विवादित मामले हैं।

प्रधानमंत्री मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद

साल 1990 से ही अफगानिस्तान में बड़ी पहचान रखने वाला मुहम्मद हसन अखुंद तालिबान के शीर्ष नेताओं में गिना जा रहा है और अब नया प्रधानमंत्री भी बन गया है। बामियान में भगवान बुद्ध से जुड़ी यादों को तबाह करने वाला मुल्ला मुहम्मद हसन का नाम संयुक्त राष्ट्र के ग्लोबल आतंकियों में शुमार है।

उप-प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी उर्फ मुल्ला बरादर

तालिबान की शुरुआत करने वाले मुल्ला उमर का करीबी मुल्ला बरादर तालिबान का शीर्ष नेता कहा जाता है। बीते 2 दशक से मुल्ला बरादर ने ही तालिबान को एकजुट रखने का काम किया है। लंबे वक्त तक वह  किस्तान की जेल में भी बंद रहा, और जब जेल से बाहर आया तो अमेरिका के साथ बातचीत की। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर जारी प्रतिबंधित लिस्ट में मुल्ला बरादर का भी नाम शामिल है।

डिप्टी पीएम अब्दुल सलाम हनफी

अफगानिस्तान के नए उपप्रधानमंत्री अब्दुल सलाम हनफी का नाम भी संयुक्त राष्ट्र के आतंकी लिस्ट में शामिल है। संयुक्त राष्ट्र की मानें तो, अब्दुल सलाम हनफी ड्रग्स सप्लाई में शामिल है और तालिबान के लिए इसकी पूरी जिम्मेदारी भी संभालता है। अब्दुल सलाम तालिबान की पिछली सरकार में शिक्षा मंत्री भी रह चुका है।

आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी

तालिबान सरकार में आंतरिक मामलों की जिम्मेदारी सिराजुद्दीन हक्कानी को सौंपी गई है। जो ग्लोबल आतंकियों की लिस्ट में शामिल हैं। सिराजुद्दीन हक्कानी के नेटवर्क की शुरुआत करने वाले जलालुद्दीन के बेटे हैं। साल 2016 से ही सिराजुद्दीन तालिबान के प्रमुख नेताओं में शामिल हैं।

विदेश मंत्री बने आमिर खान मुतक्की

आमिर खान मुतक्की तालिबान की पिछली सरकार का हिस्सा भी रह चुका है और इस बार फिर उन्हे सरकार का हिस्सा बनाया गया है। अमेरिका के साथ बातचीत करने वाली टीम में आमिर भी शामिल रहा था।

इसके अलावा भी इस लिस्ट में कई ऐसे नाम शामिल है जो आतंकी लिस्ट में शामिल हैं, और अब उन्हे अफगानिस्तान में नेता के रूप में चुना गया है। गौरतलब है कि 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने वाले तालिबान ने मंगलवार को अपनी अंतरिम सरकार का ऐलान किया है। जिनमें कुल 33 कैबिनेट मंत्रियों का ऐलान किया गया है, इनमें प्रधानमंत्री और डिप्टी पीएम नाम भी शामिल हैं। तालिबान की इस नई कैबिनेट में किसी महिला को जगह नहीं दी गई है।