newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Olympic Games Beijing 2022: विंटर ओलंपिक में चीनी प्रोपगैंडा के खिलाफ भारत के साथ आया अमेरिका, भारत का समर्थन करते हुए कहा…

Olympic Games Beijing 2022: भारत ने जहां इस शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह के  अलावा किसी भी अधिकारिक समारोह में अपने राजदूत को शामिल होने से मना किया है, वहीं उइगर मुसलमानों को लेकर चीन द्वारा बरती जाने वाली ज्यादतियों के विरोध में अमेरीका, ऑस्ट्रेलिया सहित कई बड़े देशों ने बहिष्कार का निर्णय लिया है।

नई दिल्ली। गलवान झड़प में शामिल रहे अपने सैनिक को आज से शुरू हो रहे बीजिंग ओलंपिक के मशाल दौड़ में चीन द्वारा अगुआ बनाने को लेकर एक बार फिर भारत और चीन आमने सामने हैं। भारत ने जहां इस शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन और समापन समारोह के अलावा किसी भी अधिकारिक समारोह में अपने राजदूत को शामिल होने से मना किया है, वहीं उइगर मुसलमानों को लेकर चीन द्वारा बरती जाने वाली ज्यादतियों के विरोध में अमेरीका, ऑस्ट्रेलिया सहित कई बड़े देशों ने बहिष्कार का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि हाल के कुछ वर्षों में अमेरिका और चीन के बीच भी वर्चस्व की जंग से दुनिया रूबरू रही है। इन दोनों देशों के बीच महानता के होड़ में दुनिया दो खेमों में बंटती नजर आई है। भारत के प्रति चीन का रवैया हमेशा से नकारात्मक रहा है। 1962 का युद्ध हो या फिर गलवान झड़प, चीन हमेशा से चालबाज बनने की कोशिश में है लेकिन भारत ने हमेशा से मुंहतोड़ जवाब दिया है। अब अमेरीका ने भी भारत का साथ देते हुए चीन को सचेत किया है।

भारत के सम्रथन में उतरा अमेरिका

अमेरिका ने चीन को विंटर ओलंपिक में मशाल दौड़ में भी राजनीति करने के लिए घेरा है। यूएस ने साफ किया है कि वह ड्रैगन के आक्रामकता के विरुद्ध भारत के साथ हमेशा से खड़ा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि भारत और चीन सीमा विवाद के मसले पर सीधी बातचीत और शांतिपूर्ण समाधान की बात होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, “हमने पहले भी अपने पड़ोसियों को डराने के लिए चल रहे प्रयासों के बीजिंग के पैटर्न पर अपनी चिंता जताई है। जैसा कि हम हमेशा करते हैं, हम दोस्तों के साथ खड़े होते हैं। हम हिंद-प्रशांत में अपनी साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए भागीदारों और सहयोगियों के साथ खड़े हैं।”

अमेरिकी सीनेटर जिम रिस्क का ट्वीट

रिस्क ने ट्वीट किया कि, “यह शर्मनाक है कि बीजिंग ने ऐसे व्यक्ति के हाथों में विंटर ओलंपिक की मशाल थमा दी, जो भारत पर किए गए सैन्य हमले में शामिल था। इसके अलावा वह शख्स सेना का भी हिस्सा है, जिसने उइगर मुस्लिमों का नरसंहार किया। अमेरिका की ओर से उइगरों की आजादी और भारत की संप्रभुता का समर्थन जारी रहेगा।”

china

आज से शुरू हो रहा है शीतकालीन ओलंपिक का सत्र

आज से यानी 4 फरवरी से, बीजिंग के शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत हो रही है। इस मौके पर चीन के राष्ट्रपति शी जिंपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तानी पीएम इमरान खान सहित सेंट्रल एशिया के पांचों राष्ट्रपति शामिल हो रहे हैं। बता दें कि शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन के कारण अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के अधिकारी उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं।  ये बात अलग है कि इन देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।