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काबुल एयरपोर्ट धमाके में शहीद हुए अमेरिकी जवानों का शव जब पहुंचा अमेरिका, बेबस होकर शवों को निहारते रहे परिवार के लोग

American Soldiers: 26 अगस्त को हुए इस हमले के बाद 29 अगस्त को अमेरिकी सेना ने काबुल एयरपोर्ट के पास एक एयरस्ट्राइक कर आत्मघाती आतंकी को निशाना बनाया था।

नई दिल्ली। अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर 26 अगस्त को हुए धमाकों में शहीद हुए अमेरिकी सैनिकों के शव अमेरिका पहुंचा तो वहां उन शवों को रिसीव करने के लिए खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन मौजूद रहे हैं। बता दें कि 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले की जिम्मेदारी ISIS-खुरासान ने ली है। इस हमले में 169 अफगानी नागरिकों के साथ साथ अमेरिका के 13 जवान मारे गए थे। वहीं जवानों का पार्थिव शरीर अमेरिका पहुंच चुका है। शवों को रिसीव करने जो बाइडेन के अलावा सैनिकों के परिजन भी वहां मौजूद रहे। शवों को एक-एक कर विमान से उतारा गया जोकि अमेरिकी ध्वज में लिपटे हुए थे। जो बाइडेन ने इन सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ये हमारे असली हीरो हैं। कुछ ऐसा था अमेरिका के डेलवेयर स्थित एयरफोर्स बेस का नजारा। यहां काबुल में शहीद हुए अमेरिकी सैनिकों के शव रविवार को लाए गए।

Kabul Airport Blast

इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी पत्नी जिल के साथ वहां खामोशी से खड़े थे। वहीं सफेद दस्ताने पहने मिलिट्री क्यू के लोग बड़े ही सधे हुए अंदाज में विमान से शहीद अमेरिकी सैनिकों के शव को उतारकर वाहनों में रख रहे थे। वहीं थोड़ी दूर पर शहीद सैनिकों के परिजन शवों को बेबस निगाहों से देख रहे थे। इस दौरान रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और अन्य मिलिट्री अफसर भी एयरपोर्ट पर मौजूद थीं। बता दें कि सैनिक परिवार के सदस्यों को थोड़ी दूरी पर कैमरे की चमक-दमक से दूर रखा गया था।

American Army last rites

वहीं इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कर दिया था कि, वो इस हमले का बदला जरूर लेंगे। ऐसे में 26 अगस्त को हुए इस हमले के बाद 29 अगस्त को अमेरिकी सेना ने काबुल एयरपोर्ट के पास एक एयरस्ट्राइक कर आत्मघाती आतंकी को निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि यह आत्मघाती काबुल एयरपोर्ट पर फिर से हमले की फिराक में था।