लाहौर। कोरोनावायरस की महामारी के मद्देनजर पाकिस्तान ने सभी शिक्षण संस्थानों को 31 मई तक बंद रखने का फैसला किया है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, इस आशय का फैसला राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक में लिया गया।
बैठक में लिए गए फैसलों को जानकारी देते हुए संघीय नियोजन एवं विकास मंत्री असद उमर ने संवाददाताओं से कहा कि प्रांतीय सरकारों से सलाह के बाद शिक्षण संस्थानों को 5 अप्रैल से 31 मई तक बंद करने का फैसला किया गया है। इससे पहले इस महामारी के कारण देश में शिक्षण संस्थाओं को 5 अप्रैल तक के लिए बंद किया गया था। इसे बढ़ाकर 31 मई किए जाने से यह साफ संकेत मिला है कि सरकारी गलियारों में यह मानकर चला जा रहा है कि यह महामारी जल्द पीछा नहीं छोड़ने जा रही है।
उमर ने इस आशंका को खारिज किया कि देश में गेंहू की कमी है। उन्होंने कहा कि देश में गेंहू का 17 लाख टन का स्टाक मौजूद है।
प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद धार्मिक मामलों के मंत्री नूर उल कादरी ने कहा कि सऊदी अरब की सरकार ने अभी हज यात्रा के सिलसिले में किसी तरह के समझौते से पाकिस्तान को रोक दिया है। हज के आयोजन पर सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अन्य मुस्लिम देशों के शासकों से सलाह कर जल्द ही कोई फैसला लेंगे।