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पाकिस्तान : ईद की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ने का आह्वान

पाकिस्तान की सरकार पर दबाव डालकर कोरोना काल में भी रमजान के महीने में सामूहिक नमाज की इजाजत हासिल करने के बाद अब देश के धर्मगुरुओं ने रमजान के बाद ईद की नमाज भी सामूहिक रूप से पढ़ने का आह्वान किया है।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार पर दबाव डालकर कोरोना काल में भी रमजान के महीने में सामूहिक नमाज की इजाजत हासिल करने के बाद अब देश के धर्मगुरुओं ने रमजान के बाद ईद की नमाज भी सामूहिक रूप से पढ़ने का आह्वान किया है। पाकिस्तान में धार्मिक मामलों में अपना विशेष दखल रखने वाले मुफ्ती तकी उस्मानी ने ईद की सामूहिक नमाज पढ़ने के साथ ही लोगों का आह्वान किया है कि वे रमजान महीने के शेष दिनों में इबादत के लिए बड़ी संख्या में मस्जिदों में पहुंचे। उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार द्वारा बताए गए एहतियाती उपायों पर अमल की अपील भी की।

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मुफ्ती उस्मानी ने ट्वीट कर लोगों से कहा कि यह वैश्विक महामारी हर गुजरते दिन के साथ और गंभीर रूप लेती जा रही है। इसके टलने के अभी आसार नहीं हैं, ऐसे में न तो जीवन से जुड़े कारोबार को अब और रोका जा सकता है और न ही सामूहिक इबादतों को बंद रखा जा सकता है।

मुफ्ती ने ट्वीट में कहा, मुसलमान पवित्र रमजान के बाकी बचे दिनों को सौभाग्य की तरह लेते हुए बिना किसी खौफ के लेकिन एहतियाती उपाय करते हुए मस्जिदों को आबाद करें, ईश्वर की प्रार्थना करें व दुआएं मांगें।

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उन्होंने लिखा कि उन्हें उम्मीद है कि ‘सरकार अपनी जिम्मेदारी समझेगी और मुसलमानों की भावनाओं का ख्याल करते हुए मस्जिदों में सामूहिक इबादत में किसी तरह की बाधा नहीं पैदा करेगी।’

गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बीच लगे लॉकडाउन में पाकिस्तान में जुमे की नमाज समेत किसी भी सामूहिक नमाज की इजाजत नहीं थी। लेकिन, रमजान का महीना आने पर उलेमा ने साफ कर दिया कि वे अब ऐसी कोई पाबंदी नहीं मानेंगे और मस्जिदों को खोला जाएगा।


चिकित्सा जगत के विरोध के बावजूद सरकार ने धार्मिक नेताओं की मांग मानते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों समेत करीब 20 शर्तो के पालन के साथ मस्जिदों को खोलने की अनुमति दे दी। उसके बाद से मस्जिदों में सामूहिक नमाजें शुरू हो गईं हालांकि शर्तो को नहीं मानने की कई रिपोर्ट इस दौरान मिलीं।