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डोनाल्ड ट्रंप चले योगी की राह, अमेरिका में सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए दंगाईयों के पोस्टर

अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को एक अमेरिकी पुलिस कर्मी ने अपने घुटनों से काफी देर तक दबाया था जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी, जिसके बाद से अमेरिका में हिंसा भड़क उठी थी और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था।

नई दिल्ली। यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उपद्रवियों की फोटो सार्वजनिक कर उनके खिलाफ कर्रवाई करने का फॉर्मूला काफी हिट हुआ है। जिस तरीके से सीएम योगी ने सार्वजनिक स्थानों पर दंगाईयों की फोटो लगाकर उनपर कार्रवाई की थी, अब ठीक उसी तरीके से अमेरिका में भी देखने को मिल रहा है।

Donald Trump Yogi

 ट्रंप ने ट्वीट की दंगाईयों की फोटो

बता दें कि अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को एक अमेरिकी पुलिस कर्मी ने अपने घुटनों से काफी देर तक दबाया था जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी, जिसके बाद से अमेरिका में हिंसा भड़क उठी थी और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था। इसी दंगे में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति एंड्र्यू जैक्सन की प्रतिमा को गिराया था। प्रतिमा को गिराने वाले आरोपियों की फोटो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट की है। इसमें सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले दंगाईयों की फोटो शामिल है।

New jersey City America encounter

योगी की राह ट्रंप

इस ट्वीट के जरिए ट्रंप ने लोगों से उनकी जानकारी मांगी है। अमेरिका में लेफायेट्टे पार्क में हुए दंगे के आरोपियों के पोस्टर कई जगहों पर लगाए गए हैं। बता दें कि भारत में ऐसा उत्तर प्रदेश में हुए दंगों के बाद हुआ था जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों की फोटो सार्वजनिक कर उनके खिलाफ कर्रवाई की थी।

अमेरिका में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं

बता दें कि अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में स्थापित एक कॉन्फेडरेट जनरल की प्रतिमा को प्रदर्शनकारियों ने तोड़कर आग के हवाले कर दिया था। यह घटना 19 जून को हुई जिस दिन को अमेरिका में दास प्रथा के अंत के रूप में मनाया जाता है। मिनियापोलिस में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद अमेरिका में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं और इस बीच यह घटना हई थी।

Donald Trump

नस्लवादी पुलिस नहीं चाहिए के नारे

ग्रेनाइट के बने मंच पर स्थापित 11 फुट की अलबर्ट पाइक की प्रतिमा को जंजीर से बांध कर गिराया गया और मूर्ति गिरने पर प्रदर्शनकारियों ने उसपर कूद-कूद कर अपनी खुशी का इजहार किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने खंडित मूर्ति के चारों ओर लकड़ी रख उसमें आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ‘‘न्याय नहीं तो शांति नहीं’’ और ‘‘नस्लवादी पुलिस नहीं चाहिए’’ के नारे लगाए थे।