नई दिल्ली। यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उपद्रवियों की फोटो सार्वजनिक कर उनके खिलाफ कर्रवाई करने का फॉर्मूला काफी हिट हुआ है। जिस तरीके से सीएम योगी ने सार्वजनिक स्थानों पर दंगाईयों की फोटो लगाकर उनपर कार्रवाई की थी, अब ठीक उसी तरीके से अमेरिका में भी देखने को मिल रहा है।
ट्रंप ने ट्वीट की दंगाईयों की फोटो
बता दें कि अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को एक अमेरिकी पुलिस कर्मी ने अपने घुटनों से काफी देर तक दबाया था जिसके चलते उसकी मौत हो गई थी, जिसके बाद से अमेरिका में हिंसा भड़क उठी थी और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था। इसी दंगे में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति एंड्र्यू जैक्सन की प्रतिमा को गिराया था। प्रतिमा को गिराने वाले आरोपियों की फोटो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट की है। इसमें सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले दंगाईयों की फोटो शामिल है।
योगी की राह ट्रंप
इस ट्वीट के जरिए ट्रंप ने लोगों से उनकी जानकारी मांगी है। अमेरिका में लेफायेट्टे पार्क में हुए दंगे के आरोपियों के पोस्टर कई जगहों पर लगाए गए हैं। बता दें कि भारत में ऐसा उत्तर प्रदेश में हुए दंगों के बाद हुआ था जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों की फोटो सार्वजनिक कर उनके खिलाफ कर्रवाई की थी।
MANY people in custody, with many others being sought for Vandalization of Federal Property in Lafayette Park. 10 year prison sentences! @FBIWFO pic.twitter.com/mrLyxbWNvq
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 26, 2020
अमेरिका में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं
बता दें कि अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में स्थापित एक कॉन्फेडरेट जनरल की प्रतिमा को प्रदर्शनकारियों ने तोड़कर आग के हवाले कर दिया था। यह घटना 19 जून को हुई जिस दिन को अमेरिका में दास प्रथा के अंत के रूप में मनाया जाता है। मिनियापोलिस में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद अमेरिका में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं और इस बीच यह घटना हई थी।
नस्लवादी पुलिस नहीं चाहिए के नारे
ग्रेनाइट के बने मंच पर स्थापित 11 फुट की अलबर्ट पाइक की प्रतिमा को जंजीर से बांध कर गिराया गया और मूर्ति गिरने पर प्रदर्शनकारियों ने उसपर कूद-कूद कर अपनी खुशी का इजहार किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने खंडित मूर्ति के चारों ओर लकड़ी रख उसमें आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ‘‘न्याय नहीं तो शांति नहीं’’ और ‘‘नस्लवादी पुलिस नहीं चाहिए’’ के नारे लगाए थे।