नई दिल्ली। भारत के कर्नाटक से उपजा हिजाब विवाद अब तुर्की तक पहुंचा चुका है। तुर्की में हिजाब बैन को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। ये विरोध प्रदर्शन भारत के वाणिज्य दूतावास के बाहर किया जा रहा है जहां भारत में शिक्षण संस्थानों में हिजाब बैन को गलत बताया जा रहा है। ये प्रदर्शन फ्री थॉट एंड एजुकेशनल राइट्स सोसाइटी और एसोसिएशन फॉर ह्यूमन राइट्स एंड सॉलिडेरिटी फॉर द ऑप्रस्ड मिलकर कर रहे हैं। ये दोनों ही संस्थान मानवाधिकारों के लिए काम करते हैं। इनका कहना है कि भारत में हिजाब को बैन करना मानवाधिकारों के खिलाफ है क्योंकि किसी भी धर्म के कपड़ों पर बैन लगाना सिरे से गलत है।
किसी विशेष धर्म के कपड़ों पर बैन लगाना गलत
तुर्की के सरकारी ब्रॉडकास्ट टीआरटी वर्ल्ड द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक विरोध प्रदर्शन को फ्री थॉट एंड एजुकेशनल राइट्स सोसाइटी के अध्यक्ष ने संबोधित किया और कहा कि बीते कई सालों में भारत में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा का ग्राफ बढ़ा है। भारत में हिजाब विवाद उभरते राष्ट्रवाद का नतीजा है जिसकी वजह से हिंदू और मुस्लिम कम्यूनिटी के बीच धार्मिक भेदभाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमानों का दमन हो रहा है और 20 करोड़ मुसलमानों पर हो रहा ये अत्याचार खत्म होना चाहिए। वहीं तुर्की के ही मानवाधिकार से जुड़े एक वकील का कहना है कि किसी विशेष धर्म के कपड़ों पर बैन लगाना गलत है। इस बैन को मान्य नहीं किया जाना चाहिए।
भारत के हिजाब बैन फैसले के खिलाफ हो रही नारेबाजी
बता दें कि भारत में हिजाब बैन की शुरुआत कर्नाटक के उडुपी से हुई थी जिसके बाद इसका सबसे ज्यादा असर उत्तर प्रदेश में देखने को मिला। जहां शिक्षण संस्थानों में हिजाब बैन को लेकर लगातार मांगे उठती रही। वहीं आज यानी सोमवार को कर्नाटक के शिमोगा में एक युवक को मौत के घाट उतार दिया। मामले पर पुलिस का कहना है कि युवक की हत्या इसलिए की गई है क्योंकि युवक ने हिजाब के विरोध में पोस्ट किया था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।