इस्लामाबाद। दुनिया के दूसरे मुल्कों की तरह पाकिस्तान भी कोरोना महामारी से जूझ रहा है। अब इस वायरस की आंच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान तक पहुंचती दिखाई दे रही है। दरअसल इमरान खान ने कुछ दिन पहले देश के एक बड़े समाजसेवी से मुलाकात की थी, जिसे मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इस खबर के सामने आने के बाद इमरान की सेहत को लेकर चिंता जताई गई है और उनके निजी डॉक्टर ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री को सभी जरूरी टेस्ट कराने के लिए कहेंगे।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात पाकिस्तान के समाजसेवी संगठन ईधी फाउंडेशन के चेयरमैन फैसल ईधी की कोरोना जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। दिवंगत समाजसेवी अब्दुल सत्तार ईधी के बेटे फैसल ने 15 अप्रैल को इस्लामाबाद में कुछ अन्य हस्तियों के साथ प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की थी और अपनी फाउंडेशन की तरफ से कोरोना रिलीफ फंड के लिए एक करोड़ रुपये का चेक इमरान को सौंपा था।
Social worker and head of Edhi Foundation, Faisal Edhi recently met PM Imran Khan: Courtesy Pakistan’s GEO News pic.twitter.com/wU1pPG6RUd
— ANI (@ANI) April 21, 2020
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद घर लौटने पर फैसल की तबियत ठीक नहीं रही। उनके बेटे साद ईधी ने कहा, “इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद घर लौटने पर उनमें कुछ लक्षण दिखने लगे। हालांकि, तीन से चार दिन के बाद यह लक्षण कम होने लगे। इस बीच, कोरोना जांच के लिए नमूना भेजा गया। उसकी रिपोर्ट आज (मंगलवार को) आई है और यह पाजिटिव है।”
साद ने कहा कि उनके पिता फैसल ईधी की हालत ठीक है। उन्हें अस्पताल में भी भर्ती नहीं कराया गया है। घर में उन्हें क्वारंटीन किया गया है और इलाज चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मुलाकात के दौरान इमरान ने फैसल ईधी को पहचाना नहीं था। जब लोग उनसे मिलकर लौटने लगे तो एक व्यक्ति ने इमरान से कहा कि यह फैसल ईधी हैं। इसके बाद इमरान ने दरवाजे के पास खड़े होकर चंद मिनट फैसल से बात की थी।
इस खबर से चिंतित इमरान के निजी चिकित्सक व शौकत खानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल के सीईओ डॉ. फैसल सुलतान ने मीडिया से कहा, “प्रधानमंत्री अभी व्यस्त हैं। जैसे ही वह उपलब्ध होंगे, मैं उनसे मिलूंगा और उन्हें सभी जरूरी टेस्ट कराने को कहूंगा। हम मामले में तय सभी प्रोटोकाल का पालन करेंगे। टेस्ट कराना है या नहीं, इसका फैसला प्रधानमंत्री करेंगे।”