नई दिल्ली। पाकिस्तान में बवाल मच गया है। यहां तक की इमरान खान की कुर्सी भी खतरे में आ गई है और इसका जिम्मेदार कोई और नहीं, बल्कि इमरान के सहयोगी ही हैं। विपक्षी दलों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अब उनसे इस्तीफे की मांग कर दी है। वहीं, विपक्षी दलों की इस मांग के आगे वे नतमस्तक होते हैं या नहीं, यह तो फिलहाल भविष्य के गर्भ में छुपा है, लेकिन यहां ध्यान देने लायक बात यह है कि अगर तफ्तीश में इमरान के सहयोगियों के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले, तो यकीन मानिए उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। आइए, अब जरा आगे इस मसले को तफ्तीश से जानने की जहमत उठाते हैं। दरअसल, इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स के पेंडोरा पेपर्स का खुलासा हुआ है, जिसमें पाकिस्तान के 700 से भी अधिक लोगों के नाम शामिल हैं, जिसमें इमरान खान के कई मंत्रियों के नाम भी शामिल हैं।
जिसके बाद से माना जा रहा है कि इमरान सरकार पर गाज गिर सकती है। जिन मंत्रियों के नाम इसमें शामिल हैं, उसमें वित्त मंत्री शौकत तारिन, जल संसाधन मंत्री मूनिस इलाही, सांसद फैसल वावड़ा, उद्योग और उत्पादन मंत्री खुसरो बख्तियार के परिवार के लोग भी शामिल हैं। इस पेपर्स में कई विपक्षी दलों के नेताओं समेत कई सैन्य अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं। पेंडोरा पेपर्स ने देश की सियासत गरमा कर रख दी है। जहां एक तरफ इमरान सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा सांतवे आसमान पर है तो वहीं माना जा रहा है कि जांच एजेंसी की जांच कई मंत्रियों को सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है। आइए, अब आगे जानते हैं कि आखिर इस पेपर्स में ऐसा क्या है कि जिसकी वजह से देश में बवाल मच चुका है।
वहीं, इमरान खान ने खुद इस मसले पर ट्वीट कर कहा कि, ”हम पैंडोरा पेपर्स का स्वागत करते हैं जिसने गलत तरह से संपत्ति इकट्ठा करने वाले अमीरों के सच को उजागर किया है, टैक्स चोरी और भ्रष्टाचार किया है और वित्तीय हेवेंस में हवाला के जरिए पैसा पहुंचाया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के FACTI ने 7 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति का आकलन किया है जो चोरी करके विदेशों में पहुंचाई गई है।”
We welcome the Pandora Papers exposing the ill-gotten wealth of elites, accumulated through tax evasion & corruption & laundered out to financial “havens”. The UN SG’s Panel FACTI calculated a staggering $7 trillion in stolen assets parked in largely offshore tax havens.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 3, 2021
इसके साथ ही इस पूरे मसले पर पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी दल पीएमएलएन ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि इससे पहले इमरान खान का नाम तोशखाना केस में आया था और ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि उनका नाम पेंडोरा पेपर्स में भी हो। वैसे भी इस पेपर्स में इमरान के कई मंत्रियों का नाम शामिल है। लिहाजा, अब इमरान खान को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। खैर, अब यह पूरा मसला क्या रुख अख्तियार करता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। वहीं, बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में एक बार फिर इतिहास ने खुद को दोहराया है।