वॉशिंगटन। पीएम नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा अपने अंतिम दौर में है। शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकेन के दिए भोज में हिस्सा लिया। भारतीय और अमेरिकी उद्योगपतियों और टॉप कंपनियों के सीईओ से भी उन्होंने मुलाकात की। अमेरिका ने पीएम मोदी के राजकीय दौरे को बहुत सफल बताया है। अमेरिका के स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन्स के एनएससी को-ऑर्डिनेटर जॉन किर्बी ने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन की मुलाकात के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों, भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के सीईओ और उद्योगपतियों से बातचीत काफी अहम रही। उन्होंने बताया कि मोदी और बाइडेन ने भारत-अमेरिकी संबंधों को ज्यादा गहरा और पहले के मुकाबले करीबी माना है। किर्बी ने कहा कि जो बाइडेन मानते हैं कि समस्याओं को सुलझाने के लिए भारत से बेहतर कोई नहीं है।
#WATCH | John Kirby, NSC Coordinator for Strategic Communications says, “India has to make its own choices about (Russian) oil purchases and we hope that we can continue to see that they purchase Russian oil at or below the price cap, as they have been.” pic.twitter.com/VCGpkd20tN
— ANI (@ANI) June 23, 2023
…President Biden made it clear during this visit that there is just simply no partner that is going to be more consequential in helping solve problems than India: John Kirby, NSC Coordinator for Strategic Communications pic.twitter.com/dic8oPW3IQ
— ANI (@ANI) June 23, 2023
भारत के रूस से तेल खरीदने के मसले पर मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए जॉन किर्बी ने कहा कि भारत को ही तय करना है कि वो रूस से कच्चा तेल खरीदे या नहीं। उन्होंने कहा कि अमेरिका ये उम्मीद करता है कि भारत जब भी रूस से कच्चा तेल खरीदता है, तो वो अपने रुख के मुताबिक कीमत से कम में ही खरीदे। चीन के बारे में पूछे जाने पर किर्बी ने कहा कि पीएम मोदी का दौरा चीन से जुड़ा नहीं था। भारत को चीन ने उसके दरवाजे पर आकर चुनौती दी है। साफ है कि एजेंडा में चीन की तरफ से हमें मिल रही चुनौती पर चर्चा हुई।
#WATCH | “…This State visit (of PM Narendra Modi) wasn’t about China. India has challenges with China as well right on their doorstep. Clearly, the challenges presented by the PRC to both our nations were on the agenda yesterday. But this wasn’t about leveraging India to be… pic.twitter.com/2iCYnpM8Uw
— ANI (@ANI) June 23, 2023
उन्होंने कहा कि भारत को अमेरिका ने कतई चीन के खिलाफ वजन के तौर पर खड़ा नहीं कर रखा है। जॉन किर्बी ने कहा कि भारत एक आजाद और संप्रभु देश है। बता दें कि जॉन किर्बी ने बीते दिनों भारत में लोकतंत्र के बारे में मीडिया की तरफ से सवाल उठाने पर भी करारा जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत में लोकतंत्र बहुरंगी है। किर्बी ने कहा था कि जिसे शक हो, वो दिल्ली जाकर इसे देख भी सकता है।