नई दिल्ली। 20 साल बाद आखिरकार अमेरीका सेना ने अफगानिस्तान को पूरी तरह छोड़ दिया है। अमेरिकी कमांडर राजदूत को लेकर अमेरीका का आखिरी विमान भी उड़ गया है। सामने आई एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पेंटागन ने स्वीकार किया कि वह काबुल से उतने लोगों को नहीं निकाल सका, जितनी उम्मीद थी। वहीं अब काबुल एयरपोर्ट से अमेरिकी फौज के जाने के बाद से वहां तालिबान ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। भले ही अमेरिकी सेना ने काबुल एयरपोर्ट खाली कर दिया है, लेकिन वहां पर अमेरिका के सुरक्षा कुत्ते अभी भी वहीं हैं। यानी अमेरिका के सुरक्षा कुत्ते अभी भी काबुल एयरपोर्ट पर ही है। जिन्हे अमेरिका ने शायद तालिबानियों के भरोसे छोड़ दिया है।
वहीं अब काबुल एयरपोर्ट से एक तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें इन कुत्तों को बांध रखा है। वहीं ट्वीट कर रहे शख्स ने लिखा है कि ‘इस मनहूस प्रशासन की क्षुद्र क्रूरता और बर्बरता को एक भयानक तस्वीर में कैद कर लिया। हमारे असहाय सेवा कुत्तों को, काबुल हवाई अड्डे पर बंदी बनाकर छोड़ दिया गया, भूखे मरने के लिए छोड़ दिया गया।’ यानी अफगानिस्तान के भरोसे छोड़े गए इन कुत्तों को कैद कर दिया है।
And finally the petty cruelty and venal heartlessness of this wretched administration captured in one terrible photo.
Our helpless service dogs, caged and abandoned at the Kabul airport, left to starve to death.
I loathe Joe Biden. pic.twitter.com/M9yRHIorjI
— James Woods (@RealJamesWoods) August 31, 2021
जो बाइडन ने की फौज की तारीफ
वहीं अमेरिकी सेना के देश वापसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का एक बयान भी सामने आया है। जहां उन्होंने कहा कि अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की सैन्य उपस्थिति समाप्त हो गई है। मैं अपने कमांडरों को अफगानिस्तान में खतरनाक जगहों पर अपनी सेवा के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। आगे कहा कि जैसा कि 31 अगस्त, काबुल समय की सुबह के समय में निर्धारित किया गया था और इस मिशन में और किसी सैनिक की जान नहीं गई।
तालिबानियों ने मनाया जश्न
इसके साथ ही राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि पिछले 17 दिनों में हमारे सैनिकों ने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े एयरलिफ्ट को अंजाम दिया है। करीब 120,000 से अधिक अमेरिकी नागरिकों, हमारे सहयोगियों और संयुक्त राज्य अमेरिका के अफगान सहयोगियों को निकाला है। वहीं अमेरीका के अफगानिस्तान छोड़े जाने के बाद से तालिबानियों में खुशी देखी जा रही है, जिसके चलते तालिबानियों ने हवाई फायरिंग की और जश्न भी मनाया।