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ड्रैगन पर होगा कड़ा प्रहार, भारत को जल्द अमेरिका, फ्रांस, रूस और इजराइल से मिलेंगे ये हथियार

बता दें कि 15 जून को हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कमांडिंग ऑफिसर संतोष बाबू समेत 20 सैनिक शहीद हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के भी 43 सैनिक मारे गए थे।

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इतनी ही नहीं हिंसक झड़प के बाद से भारत और चीन के बीच जंग की स्थिति बन चुकी है। दोनों ही सेनाएं गलवान घाटी में आमने सामने आ गईं हैं। लेकिन सीमा विवाद के बाद से चीन अलग-थलग पड़ता दिखाई दे रहा है। बता दें कि 15 जून को हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कमांडिंग ऑफिसर संतोष बाबू समेत 20 सैनिक शहीद हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के भी 43 सैनिक मारे गए थे।

India China army

इस बीच चीन से बढ़े तनाव को देखते हुए दुनिया के कई देश भारत की सैन्य ताकत को और मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। एक तरफ जहां फ्रांस ने अगले महीने राफेल लड़ाकू विमान देने का वादा किया है, तो वहीं दूसरी ओर इजरायल एयर डिफेंस सिस्टम भारत को दे रहा है। इसी कड़ी में अमेरिका से भारत को जल्द ही तोप में इस्तेमाल होने वाले गोलाबारूद दिए जाएंगे, जबकि रूस ने भी भारत को आधुनिक हथियार और गोला बारूद देने का वादा किया है। बता दें कि रूस 1 बिलियल डॉलर यानी 7560 करोड़ रुपये के गोला-बारूद की सप्लाई करने जा रहा है।

india china flag

चीन से बढ़े तनाव के बाद दिल्ली में सभी देशों के साथ ही द्विपक्षीय वार्ता के दौरान इस पर सहमति बनी है। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ काफी लंबे समय से चले आ रहे विवाद को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से सशस्त्र बलों को आपातकालीन वित्तीय अधिकार पहले ही दिए जा चुके हैं। लंबी दूरी तक हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस अत्याधुनिक राफेल विमान की पहले खेप 27 जुलाई तक भारत पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए चार भारतीय पायलटों को इन लड़ाकू विमान को चलाने की ट्रेनिंग दी गई है।

rafale

फ्रांस ने भारत से कहा है कि वह राफेल की पहली खेप के साथ ही 8 अतिरिक्त राफेल भी भेजने की तैयारी कर रहा है। फ्रांस की ओर से बताया गया है कि सभी आठ विमान उड़ान भरने के सर्टिफिकेट हासिल करने के बेहद करीब हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि सभी विमान जल्द ही अंबाला एयरबेस भेज दिए जाएंगे।

दूसरी तरफ करगिल युद्ध में भारत की मदद करने वाले इजरायल ने भी चीन के साथ जंग के हालात को देखते हुए एयर डिफेंस सिस्टम देने की बात कही है।बताया जाता है कि एयर डिफेंस सिस्टम जिसका अभी तक नाम नहीं बताया गया है बहुत जल्द सीमा की रक्षा के लिए तैनात कर दी जाएगी। दरअसल चीन ने अपनी सीमा पर S-400 एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किया है, जिसके बाद भारत ने भी उसका जवाब देने के लिए इजरायल से एयर डिफेंस जल्द देने की बात कही है।

बता दें कि हाल ही में मास्को की यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात मे रूस के रक्षा अधिकारियों ने भारत को जल्द ही आधुनिक हथियार, गोला-बारूद और मिसाइलों की तत्काल डिलीवरी का वादा किया है। भारत की ओर से हाल ही में कई हथियारों और मिसाइलों की सूची रूस को सौंपी गई है, जिसकी लागत 1 बिलियन डॉलर के करीब है।