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Afghanistan: अमेरिका ने आखिरी सैनिक भी अफगानिस्तान से वापस बुलाया, 20 साल बाद मुल्क फिर तालिबान के हवाले

Afghanistan: काबुल में अभी अनिश्चितता की स्थिति है। फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन समेत सभी पश्चिमी देशों का एक भी सैनिक वहां नहीं है। करीब 20 साल बाद तालिबान फिर पूरी तरह अफगानिस्तान पर काबिज हो चुका है।

काबुल। अफगानिस्तान से अमेरिका ने अपना आखिरी सैनिक भी हटा लिया। बीती रात अमेरिका ने अपने सभी सैनिकों को काबुल से वापस कर लिया। अमेरिका ने इससे पहले सेना हटाने की डेडलाइन 31 अगस्त तय की थी, लेकिन इससे 24 घंटे पहले ही अमेरिका ने सभी सैनिक हटा लिए। तालिबान ने अमेरिका को चेतावनी दी थी कि अगर 31 अगस्त तक उसने सभी सैनिकों को वापस नहीं बुलाया, तो इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग ने एक ट्वीट कर सेना को पूरी तरह हटाने की जानकारी दी। रक्षा विभाग ने बताया कि 82वीं एयरबोर्न डिविजन के मेजर जनरल क्रिस डोनाह्यू आखिरी सैनिक थे, जिनको अमेरिकी विमान से वापस अपने देश ले जाया गया है। सी-17 विमान के जरिए अमेरिका के बचे-खुचे सैनिकों को काबुल से निकाला गया। कल दिन भर अमेरिका ने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए फ्लाइट्स का ऑपरेशन किया। अब अमेरिका काबुल से किसी को भी नहीं निकालेगा।

उधर, काबुल में अभी अनिश्चितता की स्थिति है। फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन समेत सभी पश्चिमी देशों का एक भी सैनिक वहां नहीं है। करीब 20 साल बाद तालिबान फिर पूरी तरह अफगानिस्तान पर काबिज हो चुका है। इस तरह वहां अब खौफ का दौर लौट आया है। तालिबान ने हालांकि भरोसा दिया है कि पिछली बार के शासन के मुकाबले वह इस बार बदलाव करेगा, लेकिन फिर भी लोगों को भरोसा नहीं है। काबुल एयरपोर्ट के बाहर अब भी भीड़ लगी है। लोग हर हाल में तालिबान के शासन से बचकर निकलना चाहते हैं।

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बता दें कि बीते दिनों खबर आई थी कि पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी और हामिद करजई के अलावा कुछ और नामचीन लोगों को लेकर तालिबान सरकार बनाने की कोशिश कर रहा है। अशरफ गनी अभी यूएई में हैं, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वह जल्दी ही अफगानिस्तान लौट आएंगे।