नई दिल्ली। मालदीव (Maldives) ने एक बार फिर इस बात पर मुहर लगाई है कि वो भारत (India) का सच्चा मित्र है। इस साल की शुरुआत में मालदीव ने ओआईसी में भारत का साथ दिया था लेकिन अब सार्क देशों (SAARC Countries) की बैठक को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) के मंसूबों पर पानी फेरा दिया है। SAARC विदेश मंत्रियों की बैठक में पाकिस्तान ने एक बार फिर सार्क समिट शुरू करने की बात कही, जिस पर मालदीव के हस्तक्षेप के बाद इसे दोबारा रोक दिया गया। बता दें कि ये समिट साल 2016 में इस्लामाबाद में होनी थी, लेकिन तब सक अभी तक इस पर रोक जारी है।
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा है कि ये समय पाकिस्तान के SAARC समिट की मेजबानी करने का नहीं है। अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि अभी पूरी दुनिया कोरोना महामारी (Coronavirus) से जंग लड़ रही है, ऐसे समय में इस तरह की समिट पर चर्चा करना ठीक नहीं है। मालदीव के सार्क समिट पर सवाल उठाने के बाद पाकिस्तान की मेजबानी का प्रस्ताव सहमति नहीं बन पाने के कारण गिर गया।
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब मालदीव ने भारत की इस तरह सहायता की हो। इससे पहले मई में ओआईसी की बैठक में, मालदीव ने ऐसे किसी एक्शन का समर्थन करने के लिए मना कर दिया था जिसमें इस्लामोफोबिया के लिए भारत को बाहर कर दिया था। वहीं साल 2016 से पाकिस्तान इस्लामाबाद में सार्क समिट कराने की कोशिश कर रहा है। लेकिन भारत इसका लगातार विरोध कर रहा है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान साल 2016 से ही इस्लामाबाद में सार्क समिट कराने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारत के विरोध के चलते उसके मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। दरअसल साल 2016 के बाद भारत में उरी, पठानकोट और पुलवामा जैसे आतंकी हमले हुए थे, जिसे देखते हुए भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह के संबंध पूरी तरह से खत्म कर लिए हैं।