वॉशिंगटन। अपने अमेरिका दौरे के अंतिम दिन पीएम मोदी आज राजधानी वॉशिंगटन के रोनाल्ड रीगन सेंटर में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करने पहुंचे। यहां मोदी के पहुंचते ही मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे। लोगों ने मोबाइल की टॉर्च जलाकर उनका स्वागत किया। प्रवासी भारतीयों के जोश को देखकर मोदी ने कहा कि आपने यहां हिंदुस्तान का नक्शा बना दिया है। ऐसा लग रहा है जैसे मिनी इंडिया यहां उमड़ा है। मोदी ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत की सुंदर तस्वीर दिखाने के लिए आपका अभिनंदन करता हूं। मोदी ने कहा कि अमेरिका में मिल रहा प्यार और स्नेह अद्भुत है। आपकी मेहनत, व्यवहार और अमेरिका के विकास में आपके योगदान को इसका श्रेय जाता है।
मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि अनुभव बताता है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन सुलझे हुए नेता हैं। दोनों देशों की गौरवशाली यात्रा शुरू हुई है। जनरल इलेक्ट्रिक ने भारत में लड़ाकू विमान के इंजन बनाने का फैसला किया। ये समझौता करके अमेरिका सिर्फ टेक्नोलॉजी शेयर नहीं करेगा, म्यूचुअल शेयर भी करेगा। उन्होंने कहा कि गूगल, माइक्रॉन और अप्लाइड मैटेरियल जैसी बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करने वाली हैं। मोदी ने कहा कि अमेरिका के 2 और शहरों में भारत के वाणिज्य दूतावास खुलेंगे। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद और बेंगलुरु में भी अमेरिका वाणिज्य दूतावास खोलेगा। मोदी ने अहम जानकारी दी कि एच-1 बी वीजा H1B Visa रिन्यू के लिए अमेरिका से बाहर नहीं जाना होगा। इस साल इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू होगा। इससे आईटी प्रोफेशनल्स को फायदा होगा। आने वाले समय में एल कैटेगरी वीजा के लिए भी ऐसी व्यवस्था हो सकती है।
मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया की नजर आपके भारत पर है। ये 140 करोड़ भारतीयों का आत्मविश्वास है। सैकड़ों साल की गुलामी ने ये आत्मविश्वास छीन लिया था। प्रवासी भारतीयों से मोदी ने कहा कि ये वो भारत है, जिसे रास्ता पता है, जो अपने पोटेंशियल को परफॉर्मेंस में बदल रहा है। आज छोटे शहरों में भारत की नई विकास गाथा लिखी जा रही है। नए एयरपोर्ट और ट्रेनें बन रही हैं। पिछले कुछ साल मे डिजिटल क्रांति आई है। बदला हुआ भारत संडे या मंडे 24 घंटे बैंकिंग कर सकता है। ये आपको हैरान कर देगा। मोदी ने कहा कि इस पोटेंशियल को आगे बढ़ाने में आपकी भूमिका है। आप सबने यहां नाम कमाया है। अब भारत ने विकसित होने का संकल्प लिया है। ऐसे में आपसे अपेक्षा बढ़ जाती है। उन्होंने भारत में ज्यादा निवेश करने, स्टार्टअप्स की संभावना आगे बढ़ाने, प्रवासी भारतीयों के स्किल और टेक्नोलॉजी के अनुभवों का लाभ उठाने की बात कही।