इस्लामाबाद। सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयरस्ट्राइक और जम्मू-कश्मीर से जुड़े संविधान के अनुच्छेद 370 का खात्मा। पीएम नरेंद्र मोदी के हर एक कदम पर पाकिस्तान की इमरान खान सरकार विरोध करती रही। इमरान खान और उनके मंत्रियों ने भारत और मोदी के खिलाफ दुनियाभर में उल्टी सीधी बातें फैलाने की कोशिश की। इसमें पाकिस्तान को नाकामी हाथ लगी। यहां तक कि सऊदी अरब और यूएई जैसे उसके पुराने दोस्तों ने भी मोदी विरोध को समर्थन नहीं दिया। उल्टे कश्मीर घाटी में आतंकियों के सफाए के अभियान से पाकिस्तान की कमर और तोड़ने का काम मोदी सरकार ने किया। अब खबर है कि पाकिस्तान के पीएम ऐसे हालात में मोदी के सामने हाथ पैर जोड़ रहे हैं। बातचीत चल रही है और इमरान खान के करीबी अरबपति बिजनेसमैन दावा कर रहे हैं कि मोदी अगले महीने पाकिस्तान जा सकते हैं।
#VIDEO #Pakistan business tycoon Mian Mansha suggested to the @GovtofPakistan to improve relations with India. Mansha know that #India– #Pakistan back channel talks are going on and said that if things went well, it would not take a month for @narendramodi to visit Pakistan. pic.twitter.com/CcEE92vtW1
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) February 2, 2022
निशात ग्रुप के चीफ और बिजनेसमैन मियां मांशा को इमरान खान का करीबी माना जाता है। उन्होंने दावा किया है कि पर्दे के पीछे पाकिस्तान लगातार भारत से बात कर रहा है। मांशा ने ये दावा भी किया कि अगर माहौल अनुकूल बनता है, तो मोदी अगले महीने यानी मार्च में पाकिस्तान के दौरे पर जा सकते हैं। मांशा के मुताबिक भारत के साथ मसलों को ठीक करने की जरूरत है और कोई भी स्थायी दुश्मन नहीं होता है। मांशा ने कहा कि 1965 की जंग के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार काफी कम हो गया। पाकिस्तान की जो मौजूदा हालत है, उसमें शांति की जरूरत है। भारत के पास अच्छी तकनीकी है और इससे पाकिस्तान का भला हो सकता है।
बता दें कि पाकिस्तान ने पिछले साल राष्ट्रीय सुरक्षा नीति जारी की थी। उसमें भारत के साथ शांति बहाली पर जोर दिया गया है। एक अफसर ने नीति जारी होते वक्त ये भी कहा था कि भारत के साथ 100 साल तक बैर नहीं किया जा सकता। इस सुरक्षा नीति को इमरान खान कल जारी करेंगे। पाकिस्तान और भारत के बीच फिलहाल सीजफायर लागू है। हालांकि, पिछले काफी समय से पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स भेजे जा रहे हैं। ऐसे में फिलहाल मांशा का मोदी के पाकिस्तान दौरे का दावा हकीकत बनता नहीं दिख रहा है। भारत ने हालांकि हमेशा कहा है कि वो पाकिस्तान समेत सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है, लेकिन पाकिस्तान की हर सरकार भारत के खिलाफ आतंकवाद को शह देती रही है।