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लंदन : प्रदर्शन होने से पहले गांधी, मंडेला, चर्चिल की प्रतिमाओं को ढका, मूर्ति हटाने के लिए 5000 से ज्यादा हस्ताक्षर

लंदन में संभावित प्रदर्शन से पहले गांधी, मंडेला, चर्चिल की प्रतिमाओं को ढका गया है। लंदन के मेयर ने इस बात की पुष्टि की है कि शुक्रवार की शाम को महात्मा गांधी की प्रतिमा सुरक्षा की दृष्टि से अस्थायी रूप से कवर कर दी गई है। गांधी के अलावा नेल्सन मंडेला और विंस्टन चर्चिल की भी प्रतिमाएं ढक दी गई हैं।

लंदन। लंदन में संभावित प्रदर्शन से पहले गांधी, मंडेला, चर्चिल की प्रतिमाओं को ढका गया है। लंदन के मेयर ने इस बात की पुष्टि की है कि शुक्रवार की शाम को महात्मा गांधी की प्रतिमा सुरक्षा की दृष्टि से अस्थायी रूप से कवर कर दी गई है। गांधी के अलावा नेल्सन मंडेला और विंस्टन चर्चिल की भी प्रतिमाएं ढक दी गई हैं।

लंदन के मेयर सादिक खान और अन्य लोगों ने जनता से सप्ताहांत में होने प्रदर्शनों से दूर रहने की अपील की है। यह अपील कोरोनो वायरस के संक्रमण को लेकर भी की गई है। जनता के प्रदर्शन में शामिल होने को देखते हुए कोरोना वायरस से लोगों को बचाना भी प्रशासन के लिए एक अलग चुनौती है।

लंदन के मेयर के कार्यालय ने शुक्रवार शाम को इस तथ्य की पुष्टि की है कि गांधी की मूर्ति को अस्थायी रूप से सुरक्षा की दृष्टि से ढंक दिया गया है। महापौर सादिक खान और अन्य लोगों ने सप्ताहांत में आम जनता से प्रदर्शनों से दूर रहने की अपील की जो कोरोनोवायरस के संदर्भ में एक चुनौती है।

चरम दक्षिणपंथी समूह लंदन में हुए सप्ताहांत में विरोध प्रदर्शनों की योजना बना रहे हैं। उसी दौरान बड़ी संख्या में काले लोगों की जिंदगी मायने रखती है आंदोलन के कार्यकर्ताओं द्वारा भी एक बड़े प्रदर्शन की उम्मीद है। ये प्रदर्शन सुरक्षा अधिकारीयों के लिए एक संकेत हैं कि वे महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला और विंस्टन चर्चिल की मूर्तियों की सुरक्षा को लेकर अधिक सजगता बरते।

सादिक खान ने कहा कि मुझे इस बात की बहुत चिंता है कि मध्य लंदन में आने वाले समय में होने वाले प्रदर्शनों से न केवल कोविड-19 फैलने का खतरा है, बल्कि इन प्रदर्शनों से अव्यवस्था, बर्बरता और हिंसा भी हो सकती है। घृणा और समाज में फूट डालने की वकालत करने वाले चरम दक्षिण पंथीसमूह प्रतिवाद की योजना बना रहे हैं जिसका अर्थ है कि अव्यवस्था का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है।

आपको बता दें कि पिछले रविवार को लंदन में पहला बड़ा ब्लैक लाइव्स मैटर प्रदर्शन आ​योजित किया गया जब चर्चिल और गांधी की मूर्तियों को निशाना बनाया गया था। ब्रिस्टल में एक दास व्यापारी एडवर्ड कॉलस्टन की प्रतिमा को खींचते हुए एवन नदी में फेंक दिया गया था। प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को ट्वीट्स की एक पूरी श्रृंखला में कहा कि यह बहुत ही “बेतुका और शर्मनाक” है कि लोगों द्वारा चर्चिल की प्रतिमा को निशाना बनाया गया था और लोगों से सप्ताहांत विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने की अपील की।