नई दिल्ली। नये कृषि कानूनों को निरस्त करवाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों का आंदोलन गुरुवार को 15वें दिन जारी है और किसान नेता आंदोलन को आगे और तेज करने का ऐलान कर चुके हैं। वहीं, नये कानूनों में संशोधन के सरकार के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद सरकार के साथ किसान नेताओं की बातचीत का मार्ग टूट गया है और इस दिशा में फिलहाल कोई नई पहल नहीं हुई है। इस बीच ब्रिटेन की संसद में बुधवार को भारत में चल रहे किसान आंदोलन का मुद्दा उठा। लेबर पार्टी के ब्रिटिश सिख सांसद तनमनजीत सिंह धेसी (Tanmanjeet Singh Dhesi) ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन के इस्तेमाल पर भी अफसोस जताया और इस मामले में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (UK Prime Minister Boris Johnson) से बयान देने को कहा। लेकिन इस दौरान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के जवाब ने सबको चौंका दिया। इतना ही नहीं बोरिस जॉनसन भारत के किसान आंदोलन को भारत-पाकिस्तान का मुद्दा समझ बैठे।
दरअसल तनमनजीत सिंह धेसी ने प्रधानमंत्री जॉनसन से भारत में किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर संसद में सवाल पूछा, तो बोरिस जॉनसन भ्रमित हो गए। जॉनसन ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी विवाद का हल द्विपक्षीय बातचीत से हो सकता है।
Many were horrified to see water cannon, tear gas and brute force being used against farmers peacefully protesting in India about #FarmersBill2020.
Everyone has the fundamental right to protest peacefully.
But it might help if our PM actually knew what he was talking about! pic.twitter.com/EvqGHMhW0Y
— Tanmanjeet Singh Dhesi MP (@TanDhesi) December 9, 2020
पार्टी ने सफाई दी
हालांकि बाद में जॉनसन की पार्टी के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर सफाई भी दी। पार्टी प्रवक्ता ने कहा- प्रधानमंत्री उस सवाल को ठीक से सुन नहीं पाए थे। इस वजह से यह कन्फ्यूजन हुआ। हमारा विदेश विभाग भारत में चल रहे आंदोलन पर नजर रख रहा है।