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Russia-Ukraine war Live: रूस-यूक्रेन के बीच बेलारूस में साढ़े 3 घंटे तक चली बैठक खत्म

Russia-Ukraine war: रूस और यूक्रेन की बीच थोड़ी देर में बातचीत होने जा रही है। हालांकि, यूक्रेन बिल्कुल भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। वार्ता से ठीक पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोदिमिर जेलेंस्की का बयान सामने आया है। उन्होंने रूसी सैनिकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि, अपनी जान बचाओ और देश छोड़कर चले जाओ।

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन (Ukraine-Russia Crisis) के बीच छिड़े जंग को आज पांच दिन पूरे हो चुके है। यूक्रेन के खिलाफ रूसी सैनिक का हमला और तेज होता जा रहा है। 28 फरवरी की सुबह से ही राजधानी कीव के आसपास के इलाके में रूसी सेना का हमला लगातार जारी है। यूक्रेन के बड़े  शहरों में क्रूज मिसाइलों से हमले भी कर रहा हैं। वहीं अब कुछ देर बाद रूस और यूक्रेन की बीच बातचीत होने जा रही है। हालांकि, यूक्रेन बिल्कुल भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। बातचीत से ठीक पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति वेलोदिमिर जेलेंस्की का बयान सामने आया है। इतना ही नही रूसी सैनिकों को चेतावनी दी है।  जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि, अपनी जान बचाओ और देश छोड़कर चले जाओ। उन्होंने कहा है कि, रूस तुरंत संघर्ष विराम की घोषणा करे और यूक्रेन से अपने सैनिकों को वापस बुला ले।

ukraine president

अपडेट-

रूस-यूक्रेन के बीच बेलारूस में चल रही बातचीत खत्म हो गई है। बेलारूस में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल की करीब 3 घंटे से अधिक बातचीत हुई।

यूक्रेन के खार्किव शहर में सोमवार सुबह रूसी सेना के रॉकेट हमलों में दर्जनों लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। द गार्जियन ने बताया कि यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटोन हेराशचेंको ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, “खार्किव पर अभी-अभी (सोमवार सुबह) बड़े पैमाने पर ग्रैड्स (रॉकेट्स) द्वारा गोलीबारी की गई है। दर्जनों लोगों की मौत हुई है और सैकड़ों घायल हुए हैं।”

दिल्ली: यूक्रेन संकट के बीच यूक्रेन दूतावास के बाहर दीप जलाकर शांति की कामना की गई।

रूस अभी तक 36 देशों की एयरलाइंस की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा चुका है। इन देशों में ब्रिटेन, जर्मनी फ्रांस, इटली और कनाडा भी शामिल हैं।

यूक्रेन में हालात को लेकर प्रधानमंत्री मोदी आज फिर एक उच्चस्तरीय बैठक करने वाले हैं। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, हम दवाओं के साथ मानवीय सहायता यूक्रेन भेजेंगे। भारतीय को यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अगर ज़रुरत पड़ेगी तो हम भारतीय वायुसेना की भी मदद लेंगे।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने पोलैंड के विदेश मामलों के मंत्री के साथ यूक्रेन के घटनाक्रम पर चर्चा की। उन्होंने आगे कहा कि हम यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए पोलैंड की मदद की सराहना करते हैं।

यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस भारत लाने और पोलैंड जाने से पहले केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा, मैं पोलैंड जा रहा हूं। हम समन्वय के साथ लोगों को निकालने की चेष्टा करेंगे। प्रधानमंत्री ने संदेश दिया हैं कि लोगों को सुरक्षित निकालकर उन्हें उनके घर तक पहुंचाना है।

यूक्रेन के लोगों ने अपने देश का समर्थन करने के लिए व्हाइट हाउस के सामने रैली की।

भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ. इगोर पोलिखा ने कहा, ”बहुत सारे नागरिक हताहत हो रहे हैं। हमारे मंत्रालय की आधिकारिक जानकारी के अनुसार रूसी शांति-संघर्ष अभियान के परिणामस्वरूप पहले ही बम विस्फोटों, गोलाबारी आदि से 16 बच्चे मारे जा चुके हैं। कल रूस के हवाई जहाजों के लिए यूरोप के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया था। रूसी अर्थव्यवस्था हर दिन चरमरा रही है। रूस हताहत हो रहा है। लगभग 5,300 रूसी सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है।”

यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय का कहना है कि रूस के साथ बातचीत का उसका मुख्य लक्ष्य तत्काल युद्धविराम और रूसी सैनिकों की वापसी है: रॉयटर्स

यूक्रेन के समर्थन में लातविया की समर्थन में प्रस्ताव पारित किया गया है। इसके मुताबिक, अगर लातविया के लोग रूस से लड़ने लातविया जाना चाहते हैं तो वे जा सकते हैं।

Latvian parliament

PM के निर्देश पर कैबिनेट सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों से बात की और उन्हें यूक्रेन से छात्रों को वापस लाने के भारत सरकार के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। जिला कलेक्टरों से अनुरोध किया कि छात्रों के परिवार के सदस्यों से संपर्क करें और उन्हें की जा रही व्यवस्थाओं से अवगत कराएं।
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।