न्यू ऑर्लियंस। अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस के बर्बन स्ट्रीट पर बुधवार को न्यू ईयर मना रहे लोगों पर ट्रक चढ़ाने और फायरिंग की आतंकी वारदात में अब तक 15 लोगों की मौत होने की खबर है। इस वारदात में 20 लोग घायल हुए हैं। जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। न्यू ऑर्लियंस में हुई आतंकी वारदात के आरोपी शमसुद्दीन जब्बार को पुलिस ने मौके पर ही मार गिराया। वहीं, घटना की जांच कर रही एफबीआई ने शमसुद्दीन जब्बार के बारे में जानकारी सार्वजनिक की है। एफबीआई के मुताबिक न्यू ऑर्लियंस में आतंकी हमला करने वाले शमसुद्दीन जब्बार के ट्रक से दहशतगर्द संगठन आईएसआईएस का झंडा बरामद किया गया है।
एफबीआई को जांच में पता चला है कि अमेरिका की सेना में शमसुद्दीन जब्बार ने सार्जेंट के पद पर काम किया था। जांच में ये भी पता चला है कि शमसुद्दीन जब्बार 2007 से 2015 के बीच अफगानिस्तान में भी तैनात था। उसे सेना से कई मेडल भी मिले। साल 2020 में उसने अमेरिकी सेना से रिटायरमेंट ले लिया था। शमसुद्दीन जब्बार अमेरिका का ही नागरिक था। वो अमेरिका के टेक्सास में जन्मा था। वहीं, इससे पहले अमेरिका का राष्ट्रपति पद संभालने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया था कि वो शुरू से कहते आ रहे हैं कि अवैध प्रवासी अमेरिका में दाखिल होते हैं और इस तरह की घटनाएं करते हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि न्यू ऑर्लियंस का हमलावर भी जरूर अवैध प्रवासी होगा।
शमसुद्दीन जब्बार ने दो शादी की थी। दोनों से ही उसका तलाक हो चुका था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब्बार की एक पूर्व पत्नी ने बताया कि शमसुद्दीन ने इस्लाम कबूल किया था। बीते कुछ समय से उसका व्यवहार भी बदल गया था। एफबीआई की जांच में पता चला कि शमसुद्दीन जब्बार ने जिस ट्रक से हमला किया, उसे उसने रेंटल सर्विस एप से लिया था। उसने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की थी। जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। इस मामले में अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि किसी भी समुदाय पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एफबीआई जांच कर इस आतंकी हमले की परतों को खोलने का काम करेगी।