नई दिल्ली। अभी कुछ दिन पहले स्टेटिस्टा की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारतीय सैन्य विभाग नौकरी देने के मामले में दुनिया में सबसे आगे है। अब चीन भी सेना को रखने के मामले में भारत की बराबरी करना चाहता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना से अपनी सैन्य शक्ति पर ध्यान केंद्रित करने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने 2027 तक टारगेट हासिल कर लेने की बात भी कही, जो कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के गठन का शताब्दी वर्ष है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी नेता ने सेना से अपने मिशन को पूरा करने और आर्मी को वर्ल्ड-क्लास फोर्स बनाने के लिए कहा है। शी ने पार्टी कांग्रेस के समापन के बाद शीर्ष अधिकारियों के साथ अपनी पहली सैन्य बैठक में यह बात कही। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कोई कसर नहीं छोड़नी है। हर हाल में चीन की सेना को वर्ल्ड क्लास बनाया जाना है।
वहीं आपको बता दें कि चीनी राष्ट्रपति शी की यह टिप्पणी इस वक्त सभी मायने में और भी अहम हो जाती है क्योंकि वह केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष भी हैं। इतना ही नहीं, शी ने अपने भाषण के जरिए सशस्त्र बलों तक साफ संदेश भी पहुंचाया। इसमें कहा गया कि सभी सदस्यों के पास सेना को मजबूत करने को लेकर पार्टी के विचारों की समझ होनी चाहिए। उन्होंने सदस्यों से इस पर सावधानी पूर्वक विचार करने और विश्व स्तरीय सेना बनाने को लेकर प्रयास में तेजी लाने की अपील की। चीन एशिया में भारत को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है। इसलिए ये जिनपिंग की ये कोशिश बेहद महत्वपूर्ण है।
जिनपिंग का आदेश, वार्षिक योजना का सख्ती से हो पालन
गौरतलब है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने साफ तौर पर ये कहा है कि कमांडर्स, अधिकारियों और सैनिकों को शताब्दी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर किसी के अपना कर्तव्य निभाने से ही लक्ष्य तक पहुंचा जा सकेगा। मालूम हो कि 20वीं सीपीसी केंद्रीय समिति के पहले पूर्ण सत्र में नए केंद्रीय सैन्य आयोग के सदस्यों का चयन किया गया। शी ने सभी सैन्य इकाइयों को केंद्रीय सैन्य आयोग की वार्षिक योजना का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया।
बता दें इससे पहले शनिवार को कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं बैठक में तब लोग ये देखकर अचरज में पड़ गए थे कि पूर्व राष्ट्रपति हू चिंताओ को जबरन वहां से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा था। चिंताओ की कुर्सी शी जिनपिंग के ठीक बगल में थी। इसका वीडियो भी सामने आया था। दो लोग इस वीडियो में दिखे थे, जो चिंताओ को हाथ पकड़कर उनकी कुर्सी से उठा देते हैं।