नई दिल्ली। बंगाल में पहली बार ऐसा होगा जब कल रामनवमी के मौके पर सरकारी छुट्टी रहेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मार्च में ही इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी थी। प्रदेश में कल सभी स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। बंगाल में दुर्गा पूजा, काली पूजा का त्योहार बहुत बड़े स्तर में मनाया जाता है। इसके अलावा कई अन्य त्योहारों पर सार्वजनिक छुट्टी रहती है, मगर रामनवमी पर न तो कभी छुट्टी होती थी और न ही शोभायात्रा निकालने की अनुमति मिलती थी। इस बात को लेकर बीजेपी हमेशा तृणमूल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमलावर रही है।
ममता बनर्जी को कभी भी जय श्रीराम का नारा लगाते हुए नहीं सुना गया, बल्कि जय श्रीराम का नारा लगाने वालों पर ममता भड़क जाया करती हैं। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ जो ममता बनर्जी को राम नवमी पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने पर मजबूर होना पड़ा? आखिर ममता बनर्जी के इस हृदय परिवर्तन की वजह क्या है? कहीं आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हिंदू वोटरों को रिझाने के लिए ममता बनर्जी ने यह घोषणा तो नहीं की है। खैर ममता बनर्जी ने चाहे चुनाव को देखते हुए यह फैसला लिया हो या सचमुच श्रीराम के प्रति उनका हृदय परिवर्तन हुआ हो, दोनों ही सूरतों में ममता के इस फैसले से रामभक्त खुश हैं।
#WATCH | #LokSabhaElections2024 | In Raiganj (West Bengal), PM Narendra Modi says, “TMC wants to keep Bengal poor so that its business keeps thriving. In TMC’s Bengal granting of permissions is not decided by the law but the ‘tolabaaz’ and goons of TMC. Shobha Yatra for Ram… pic.twitter.com/hMqlc615kT
— ANI (@ANI) April 16, 2024
इससे पहले आज ही प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल के रायगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी पर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि टीएमसी के बंगाल में किस चीज की परमीशन मिलेगी और किसकी नहीं मिलेगी ये कानून तय नहीं करता, ये टीएमसी के गुंडे तय करते हैं। पीएम बोले, बंगाल में रामनवमी के लिए शोभा यात्रा की अनुमति नहीं मिलती है। इसके लिए भक्तों को अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। लेकिन रामनवमी और दुर्गा पूजा की शोभा यात्रा पर पथराव करने वालों को टीएमसी ने पूरी परमीशन दे रखी है।