नई दिल्ली। चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) का आज छठा दिन है। इस दिन देवी दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी (Katyani Mata) की पूजा होगी। आज पूरा दिन पार कर कल सुबह 5 बजकर 2 मिनट तक सारे काम बनाने वाला रवि योग रहेगा। लेकिन क्या आप जानते है कि मां दुर्गा के छठे स्वरूप को कात्यायनी का नाम क्यों पड़ा।
ऐसा कहा जाता है कि ऋषि कात्यायन के यहां जन्म लेने के कारण देवी मां को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है। मां दुर्गा का ये स्वरूप अत्यन्त ही दिव्य है।
मां कत्यायनी की पूजा विधि
नवरात्र के छठे दिन देवी के पूजन में शहद का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन प्रसाद में शहद का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके प्रभाव से आपको सुंदर रूप प्राप्त होगा। इस दिन सबसे पहले मां कत्यायनी की तस्वीर को लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। इसके बाद मां की पूजा उसी तरह करें जैसे कि नवरात्र के पांच दिन आपने की। इसके बाद हाथों में लाल फूल लेकर मां की उपासना इस मंत्र के साथ करें।
मां कत्यायनी मंत्र
चंद्रहासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनि।।