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Decision: आग लगने की घटनाओं के बाद Ola ने अपने 1400 स्कूटर लिए वापस, गडकरी ने दिए थे निर्देश

Decision: ओला का कहना है कि स्कूटरों के एक खास बैच को वापस एहतियाती उपाय है। इससे पहले प्योर ईवी कंपनी ने तेलंगाना के निजामाबाद और तमिलनाडु के चेन्नई में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटनाओं के बाद ईट्रांस प्लस और ईप्लूटो-7जी मॉडल भी वापस बुलाए थे।

नई दिल्ली। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से ई-स्कूटरों में आग लगने की जांच और कंपनियों से उस बैच के स्कूटर वापस लेकर जांच करने के आदेश के बाद ओला ने अपने 1441 इलेक्ट्रिक स्कूटरों को वापस मंगाने का फैसला किया है। ओला के अलावा भारतीय कंपनियों ओकिनावा और प्योर ईवी के स्कूटरों में भी बीते कुछ दिनों में आग लगने की घटनाएं हुई थीं। गडकरी ने पिछले महीने ही आग लगने की इन घटनाओं की जांच का फैसला किया था और विशेषज्ञों की कमेटी भी बनाई थी। अब ओला ने अपने इलेक्ट्रिक स्कूटरों की वापसी पर बयान देते हुए कहा है कि हम उस खास बैच के स्कूटरों की जांच करेंगे, इसलिए 1441 स्कूटर वापस ले रहे हैं।


पिछले कुछ समय से पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में लोगों का रुझान इलेक्ट्रिक स्कूटर और कारों में बढ़ा है। मोदी सरकार भी चाहती है कि साल 2030 तक कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए कुल बिक्री होने वाले वाहनों का 80 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन हो जाएं। इसके लिए सरकार कंपनियों को खरबों रुपए का प्रोत्साहन भी दे रही है, लेकिन इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटनाओं से सरकार के इस इरादे पर गलत असर पड़ रहा है। अभी ई-गाड़ियां करीब 2 फीसदी ही बिकती रही हैं। ओला ने कहा है कि वो ईवी नीति का समर्थन करता है।

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ओला का कहना है कि स्कूटरों के एक खास बैच को वापस एहतियाती उपाय है। इससे पहले प्योर ईवी कंपनी ने तेलंगाना के निजामाबाद और तमिलनाडु के चेन्नई में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटनाओं के बाद ईट्रांस प्लस और ईप्लूटो-7जी मॉडल भी वापस बुलाए थे। कंपनी ने करीब 2000 स्कूटर वापस लिए थे। निजामाबाद में तो 21 अप्रैल को कंपनी के एक स्कूटर में बैट्री फटने से 80 साल के बुजुर्ग की मौत तक हो गई थी।