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CORONAVIRUS: भारत में कोरोना के बढ़ते प्रसार के बीच भारतवंशी अमरीकी डॉक्टरों ने बढ़ाया मदद का हाथ

CORONAVIRUS: एनआरआई फेडरेशन के अध्यक्ष और अमेरिका में बसे भारतीय व्यवसायी दीपक केवडिया ने कहा कि हम ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और ज़्यादा से ज़्यादा गरीब-ज़रूरतमंद लोगों तक अपनी सेवा पहुंचाना चाहते हैं। भारत में लोग कष्ट में हैं तो हम भला कैसे हाथ पर हाथ धरे बैठ सकते हैं।

नई दिल्ली। भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने काहराम मचा रखा है। देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं का टोटा है। लोगों को चिकित्सकीय सलाह के लिए डॉक्टर नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में भारत के बाहर रह रहे भारतीय डॉक्टरों की तरफ से एक सुखद पहल की गई है। दरअसल भारत से दूर जाकर भारतीय कहीं भी बस जाएं पर उनका दिल तो हिंदुस्तानी ही रहता है और ये एक बार फिर देखने को मिल रहा है। ऐसे वक्त में जबकि अचानक देश में कोरोना के मामले बढ़ने से भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव आ गया है तो अमेरिका में बसे भारतीय डॉक्टरों ने मदद का हाथ बढ़ाया है। बीते 2 हफ्ते से काउन्सिल फ़ॉर मीडिया एंड पब्लिक पॉलिसी रिसर्च, सीएमपीपीआर अमरीकी भारतवंशियों की संस्था एनआरआई फेडरेशन की मदद से लगातार हर रोज़ कोरोना पर लोगों को अमरीकी डॉक्टरों की निशुल्क कंसल्टेशन उपलब्ध करा रहे हैं।

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आज भी करीब 60 लोगों ने ज़ूम के माध्यम से डॉक्टरों से सलाह ली। यहां लोग डॉक्टरों से हिंदी, अंग्रेज़ी, पंजाबी, गुजराती और तेलुगु में सलाह ले रहे हैं। ये सेवा कार्यक्रम रोज़ शाम 5.30 बजे होता है। CMPPR के डायरेक्टर अशोक श्रीवास्तव ने इसको लेकर बताया कि हम सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच रहे हैं और हमारे पास जो भी अपना सम्पर्क भेजता है हम उसे मदद पहुंचाते हैं।

एनआरआई फेडरेशन के अध्यक्ष और अमेरिका में बसे भारतीय व्यवसायी दीपक केवडिया ने कहा कि हम ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और ज़्यादा से ज़्यादा गरीब-ज़रूरतमंद लोगों तक अपनी सेवा पहुंचाना चाहते हैं। भारत में लोग कष्ट में हैं तो हम भला कैसे हाथ पर हाथ धरे बैठ सकते हैं।

अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि ये योजना अभी लगभग अगले 1 हफ्ते तक चलेगी। कोरोना के कहर के चलते सोशल मीडिया के माध्यम से अभी लोगों तक पहुंच तो पा रहें हैं पर दूर-दूर से लोग जुड़ना भी चाहते हैं। चूंकि ग्रामीण इलाकों में शायद अभी ज़ूम के माध्यम से इसको पहुंचाना मुश्किल है लेकिन जैसे कोरोना का कहर कम हो जायेगा और लॉकडाउन की सख्ती कम हो जाएगी तब अमेरिका में बसे भारत के डॉक्टर गरीबों की मदद के लिए कोरोना के साथ साथ बाकी बीमारियों पर भी हफ्ते में एक बार लोगों को सुझाव देंगे और लोग उनसे अलग-अलग बीमारियों पर कंसल्ट कर सकेंगे।

उन्होंने बता कि हमारा प्रयास होगा कि ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में हमारे वालंटियर्स जिसके पास लैपटॉप है जाएंगे और लोगों को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से जोड़ेंगे ताकि लोग अपनी समस्या बता सकें और डॉक्टर उन्हें उनकी समस्या का समाधान बता सकें। अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि नेक्स्ट स्टेप में हम इस सेवा में कैंसर स्पेशलिस्ट, महिलाओं और शिशुओं की देखभाल हेतु सभी तरह के स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स को भी जोड़ेंगे।