नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट पर अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने से मामला रोचक हो गया है। एक तरफ हैं बीजेपी के मौजूदा सांसद सुब्रत पाठक जिन्होंने 2019 के चुनाव में सपा अध्यक्ष की पत्नी डिम्पल को हराया था तो दूसरी तरफ हैं अखिलेश यादव। ऐसे में बीजेपी सांसद और प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने चुनाव को लेकर बड़ी बात कही है। सुब्रत पाठक का कहना है कि अब कन्नौज का चुनाव भारत और पाकिस्तान के विश्वकप क्रिकेट मुकाबले जैसा होगा, जिसमें जीतना भारत को ही है। सुब्रत ने कहा कि अखिलेश की विचारधारा पाकिस्तानी है।
#WATCH | Uttar Pradesh: BJP MP and candidate from Kannauj Subrata Pathak says, “In a democracy, the election is the biggest festival. When elections are held they should be interesting…When Akhilesh Yadav sent Tej Pratap here he understood…If the match had been with Tej… pic.twitter.com/LdmB3J8Z3l
— ANI (@ANI) April 25, 2024
बीजेपी सांसद और कन्नौज से प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा त्योहार होता है। जब चुनाव होते हैं तो दिलचस्प होने चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा जैसे हम क्रिकेट मैच देखते हैं तो एकतरफा मैच देखने में मजा नहीं आती, उसी तरह अगर कोई फिल्म देखने जाएं और वो दिलचस्प न हो तो हम कई बार इंटरवल से ही वापस आ जाते हैं। इसी तरह जब अखिलेश यादव ने तेज प्रताप को कन्नौज से चुनाव लड़ने भेजा तो उन्हें समझ आ गया था, इसीलिए अब अखिलेश खुद चुनाव लड़ने आए हैं। अगर तेज प्रताप कन्नौज से चुनाव लड़ते तो यह भारत बनाम नेपाल का क्रिकेट मैच होता लेकिन अब जब अखिलेश खुद लड़ रहे हैं तो यह भारत बनाम पाकिस्तान जैसा मुकाबला होगा और इस मुकाबले में जीत हमेशा भारत की ही होनी है चाहे कोई भी वर्ल्ड कप हो।
सुब्रत ने कहा कि अखिलेश की विचारधारा पाकिस्तानी है। पाकिस्तानी मतलब आतंकवादी, भ्रष्टाचारी, हत्यारा, लुटेरा। जिस प्रकार पाकिस्तान में 75 सालों में हिंदू आबादी समाप्त कर दी गई, हिंदू बच्चियों का जबरन निकाह कर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा, उसी प्रकार की अखिलेश की प्रवृत्ति है। विशेष संप्रदाय के दुर्दांत माफिया के घर जाने का मतलब है कि माफिया और आतंकवादी प्रवृत्ति को बढ़ावा देना। सुब्रत पाठक ने कहा कि आज अगर समाजवादी पार्टी की सरकार आ जाए तो ये न जाने कितने मुख्तार पैदा कर देंगे। सपा सरकार के संरक्षण में ही अतीक और मुख्तार जैसे माफिया पनपे हैं। उत्तर प्रदेश ही नहीं देश का सबसे बड़ा सांप्रदायिक चेहरा अखिलेश यादव का है। निश्चित रूप से इस बार इनको विदाई देते हुए कन्नौज की जनता एक बहुत बड़ा संदेश देगी।