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Love Hostel Review: ‘लव हॉस्टल’ में डायलॉग से ज्यादा बॉबी ने चलाई हैं गोलियां, फिल्म को 5 में से मिली इतनी रेटिंग

Love Hostel Review: एक्टिंग की बात करें तो आशू के किरदार में विक्रांत मैसी और ज्योति के किरदार में सान्या मल्होत्रा एकदम ऑफ नजर आया है। दोनों की एक्टिंग कहीं-कहीं पर बिल्कुल भी समझ नहीं आती। शायद ऐसा भी हो सकता है कि डायरेक्टर किरदारों को पकड़ने में नाकाम रहें हों।

नई दिल्ली। कोरोना काल जब से शुरू हुआ सिनेमाघरों में ताले लग गए। ऐसे में ओटीटी ने लोगों का मनोरंजन करने का जिम्मा उठाया। कोरोना काल में जिस तरह से ओटीटी ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया उसी का नतीजा है कि अब ओटीटी भी हर जोन की फिल्म, सीरीज और शो अपने प्लेटफार्म पर बढ़ा रहा है। जिससे की लोगों का ध्यान उसपर बना रहे लेकिन कई बार देखा जाता है कि फिल्म जल्दी-जल्दी में रिलीज कर दी जाती है और बाद में क्वालिटी की कमी के कारण औंधे मुंह गिर जाती है। कुछ ऐसा ही जी5 पर रिलीज हुई बॉबी देओल, सान्या मल्होत्रा और विक्रांत मैसी की फिल्म के साथ हुआ है। जो कहानी से लेकर एक्टिंग तक हर मोर्चे पर विफल रही है। कहीं-कहीं तो ऐसा भी लगता है कि डायरेक्टर फिल्म बनाने या इसे वेब सीरीज बनाने की बीच भी कहीं कन्फ्यूज रहे हों।

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क्या है फिल्म की कहानी

लव हॉस्टल की कहानी आशू और ज्योति की है। फिल्म में आशू को मुसलमान दिखाया गया है। दोंनों एक दूसरे से प्यार करते हैं और घरवालों की मर्जी के खिलाफ शादी कर लेते हैं। ज्योति की दादी को फिल्म में काफी पावरफुल दिखाया गया है जो उनकी शादी से बिलकुल खुश नहीं होती। ऐसे में पुलिस सुरक्षा की खातिर दोनों को सेफ होम में भेजा जाता है जहां पहले से ही कई और कपल भी मौजूद रहते हैं। इसके बाद दादी, एक नामी कातिल डागर को इन दोनों को खत्म करने की जिम्मेदारी सौंपती है जो कि जात बिरादरी से बाहर प्रेम विवाह करने वालों को मौत के घाट उतारने के लिए जाना जाता है। हालांकि मेकर्स ने बनाने के लिए अच्छा मुद्दा उठाया लेकिन बहुत कुछ दिखाने के चक्कर में डायरेक्टर कुछ भी सही से नहीं दिखा सके।

एक्टिंग की बात करें तो आशू के किरदार में विक्रांत मैसी और ज्योति के किरदार में सान्या मल्होत्रा एकदम ऑफ नजर आया है। दोनों की एक्टिंग कहीं-कहीं पर बिल्कुल भी समझ नहीं आती। शायद ऐसा भी हो सकता है कि डायरेक्टर किरदारों को पकड़ने में नाकाम रहें हों। फिल्म में बॉबी देओल को खतरनाक कातिल बनाया गया है जिसके अंदर कोई दया नहीं। फिल्म में उनको एक ही तरह के एक्सप्रेशन दिए गए हैं जिन्हें एक्टर ने सही निभाया भी है लेकिन डायरेक्टर को समझ नहीं आया, बॉबी देओल से क्या करवाना है।

रेटिंग- 1.5/5 स्टार

डायरेक्टर- शंकर रमन

कलाकार- बॉबी देओल, विक्रांत मैसी और सान्या मल्होत्रा