नई दिल्ली। मॉनसून अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। नतीजे में पूर्वी यूपी, पूर्वोत्तर, मध्य और दक्षिण भारत में जमकर बारिश हो रही है। बारिश से इन इलाकों में गर्मी छूमंतर हो गई है। मौसम विभाग ने 27 से 30 जून तक दिल्ली में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। हिमाचल प्रदेश में कई जगह बर्फबारी भी हुई है। वहीं, आसमानी बिजली गिरने और दीवार ढहने के हादसे भी हो रहे हैं। आसमानी बिजली गिरने से बिहार में 8, यूपी में 9 और उत्तराखंड में 1 की मौत हुई। वहीं, कर्नाटक के मंगलुरु में दीवार गिरने से परिवार के 4 लोगों ने जान गंवाई है। महाराष्ट्र के ठाणे में आसमानी बिजली से पति-पत्नी झुलस गए। उनके 5 मवेशी भी मारे गए हैं।
#WATCH | Parts of Delhi receive heavy rainfall, bringing respite from heat.
Visuals from Sarita Vihar area. pic.twitter.com/OHkSOURVpB
— ANI (@ANI) June 27, 2024
मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 से 4 दिन में मॉनसून की झमाझम बारिश गुजरात, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, राजस्थान, पूर्वी और पश्चिमी यूपी में देखने को मिलेगी। महाराष्ट्र के तटीय इलाकों, गोवा और कर्नाटक में भी भारी बारिश का अनुमान है। असम समेत पूर्वोत्तर और सिक्किम में भी 30 जून तक लगातार भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। पंजाब, हरियाणा, पूर्वी और पश्चिमी यूपी के लिए भी भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है। दिल्ली में 30 जून तक मॉनसून पहुंचने की उम्मीद है। दिल्ली में मॉनसून के पहुंचने की तारीख 27 जून रहती है। इस बार ये 3 दिन देरी से दिल्ली पहुंचेगा।
मॉनसून इस बार वक्त से पहले ही केरल पहुंच गया था। केरल में 27 मई से ही मॉनसून की बारिश होने लगी थी। इसके बाद मॉनसून तेजी से आगे बढ़ा, लेकिन स्थानीय आबोहवा के कारण इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई थी। अब मॉनसून ने फिर रफ्तार पकड़ी है। देश के कुछ हिस्सों को छोड़कर बाकी में बादल छाए हैं और काफी बारिश हो रही है। असम और पूर्वोत्तर में तो नदियों में बाढ़ भी आ गई है। मौसम विभाग ने पहले ही कहा है कि इस बार औसत से ज्यादा बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार जून के महीने में औसत से 19 फीसदी कम बारिश हुई है, लेकिन जुलाई से सितंबर के अंत तक देशभर में जमकर बारिश होने का अनुमान है। इसकी वजह इस बार ‘ला नीना’ का असर होना है। जबकि, पिछले साल तक ‘एल नीनो’ के असर के कारण बारिश कम हो रही थी।