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Political War: मायावती पर तंज कसकर बीएसपी के निशाने पर स्वामी प्रसाद, पार्टी ने Video जारी कर किया पलटवार

स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान दिया था कि वो जिस पार्टी को छोड़कर जाते हैं, उसका नामलेवा भी कोई नहीं रहता है। मौर्य ने कहा था कि वो बीजेपी को 45 सीटों पर लाकर पटकेंगे और उसे हिंद महासागर में डुबो देंगे। स्वामी प्रसाद ने मायावती का नाम भी लिया था। उन्होंने कहा था कि मायावती का साथ मैंने छोड़ दिया, तो वो अब कहीं की नहीं रही हैं।

लखनऊ। बीजेपी छोड़कर सपा में जाने वाले पिछड़े वर्ग के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य कभी बीएसपी में थे। बीएसपी सुप्रीमो मायावती के हर जन्मदिन पर उन्हें गुलदस्ता देकर स्वामी प्रसाद उनके पैर छूते दिखते थे, लेकिन अब मायावती के बारे में तंज कसने की वजह से बीएसपी ने भी उन्हें निशाना बना लिया है। बीएसपी महासचिव और मायावती के खास सतीश चंद्र मिश्रा ने वीडियो ट्वीट कर स्वामी प्रसाद पर पलटवार किया है। ऐसे में साफ है कि स्वामी प्रसाद मौर्य को अब बीजेपी के अलावा बीएसपी के निशाने पर भी रहना होगा और चुनावी सीजन में उनके लिए दोनों का मुकाबला करना भारी पड़ सकता है।

 

स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान दिया था कि वो जिस पार्टी को छोड़कर जाते हैं, उसका नामलेवा भी कोई नहीं रहता है। मौर्य ने कहा था कि वो बीजेपी को 45 सीटों पर लाकर पटकेंगे और उसे हिंद महासागर में डुबो देंगे। अपने बयान के दौरान स्वामी प्रसाद ने मायावती का नाम भी लिया था। उन्होंने कहा था कि मायावती का साथ मैंने छोड़ दिया, तो वो अब कहीं की नहीं रही हैं। मौर्य के इसी बयान पर अब बीएसपी ने उन्हें आड़े हाथ लिया है। वहीं, बीजेपी की ओर से वो फोटो वायरल किए जा रहे हैं, जिनमें स्वामी प्रसाद, मायावती के पैर छू रहे हैं। जबकि, पीएम मोदी के साथ फोटो में वो बगल में खड़े हैं।

इस पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा है कि अपने पुराने बयान स्वामी प्रसाद को याद करना चाहिए। मिश्रा ने कू एप पर लिखा है कि समाज को बांटने वाली बीजेपी और अपराधियों को संरक्षण देने वाली समाजवादी पार्टी में अब जाकर श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी आप समाज को क्या संदेश दे रहे हैं ? उन्होंने आगे लिखा है कि समाजवादी पार्टी को गाली देने वाले आज खुद समाजवादी की गोद में जाकर बैठ गए हैं। स्वामी प्रसाद यादव पडरौना सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं। इस बार भी उनके उसी सीट से उतरने का अनुमान है। इस सीट पर दलित वोटर भी काफी तादाद में हैं। ऐसे में बीजेपी और बीएसपी दोनों से टकराव लेकर स्वामी प्रसाद अपने लिए मुश्किलों का पिटारा खोलते नजर आ रहे हैं।