newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Sehore: जिंदगी की जंग हार गई नन्ही सृष्टि…3 दिनों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी नहीं बची मासूम बच्ची की जान

बच्ची 300 फीट की गहराई में फंसी हुई थी। बच्ची को बचाने में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीम जुटी हुई थी। बता दें कि सुबह से ही बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में बेशुमार दुश्वारियां हो रही थी। राहत एवं बचाव कार्य में जुटे लोगों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि गीली मिट्टी होने की वजह से बच्ची को रेस्क्यू करने में काफी समस्याएं हो रही थीं। 

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सीहोर में 300 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची को तीन दिनों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी नहीं बचाया जा सका। बच्ची को बचाने के लिए आज सुबह से ही रोबोटिक एक्सपर्ट की टीम जुटी हुई थी। बच्ची की जान बचाने के लिए उसे पाइप से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी। बच्ची 300 फीट की गहराई में फंसी हुई थी। बच्ची को बचाने में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीम जुटी हुई थी। बता दें कि सुबह से ही बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में बेशुमार दुश्वारियां हो रही थीं। राहत एवं बचाव कार्य में जुटे लोगों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि गीली मिट्टी होने की वजह से बच्ची को रेस्क्यू करने में काफी समस्याएं हो रही थीं, लेकिन अफसोस इतनी जद्दोजहद के बावजूद भी बच्ची की जान नहीं बच पाई, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोगों के साथ-साथ स्थानीय लोगों की भी आंखें नम हो गईं।

बता दें कि बोरवेल से निकालने के बाद बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टर ने उपचार के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत के बाद माहौल गमगीन है। मासूम सृष्टि पड़ोसी गोपाल कुशवाह के बोरवेल में गिरी थी। पिछले तीन दिनों से रेस्क्यू की टीम उसे बचाने में जुटी थी, लेकिन अफसोस उसे बचाया नहीं जा सका। ध्यान दें कि बीते गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद रेस्क्यू की टीम अहमदाबाद बच्ची को बचाने गई थी, लेकिन अफसोस लाख कोशिशों के बावजूद भी उसे बचाया नहीं जा सका, जिसका गम लोगों में है। बताया जा रहा है कि अधिक गहराई और कीचड़ होने की वजह से बच्ची के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पा रही थी। अगर बच्ची के बारे में समय रहते सही जानकारी मिल जाती, तो उसे बचाया जा सकता था, लेकिन अफसोस ऐसा हो नहीं पाया। सृष्टि जिस बोरवेल में गिरी थी, उसकी गहराई बहुत अधिक थी।

इससे पहले रॉड में हुक डालकर बच्ची को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन अफसोस इस तरकीब में भी रेस्क्यू टीम को कोई सफलता नहीं मिल पाई। चिकित्सकों की उपचार टीम का हिस्सा रहे डॉक्टर फैजल अंसारी ने कहा कि सृष्टि की मौत ऑक्सीजन का आपूर्ति के अभाव में हुई। हालांकि, अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है। पीएम रिपोर्ट के बाद ही बाकी की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मामले को संज्ञान में लेने के बाद राहत एवं बचाव कार्य का निर्देश दिया था। गुजरात से लेकर दिल्ली तक सृष्टि को बचाने के लिए रेस्क्यू टीम भेजी गई थी, लेकिन अफसोस इसके बावजूद नन्ही सृष्टि हमारे बीच नहीं रही। जिसका लोगों में गम है।