लखनऊ। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने यूपी की 25 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। एआईएमआईएम ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को 5 सीटें देने के लिए कहा था। समाजवादी पार्टी से इस पर बात नहीं बनी। जिसके बाद एआईएमआईएम ने यूपी में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। ओवैसी की पार्टी इससे पहले बिहार की 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का एलान कर चुकी है।
माना जा रहा है कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम मुस्लिम बहुल यूपी की सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। पार्टी के यूपी प्रवक्ता मोहम्मद फरहान के मुताबिक जल्दी ही यूपी की 25 सीटों के लिए एआईएमआईएम प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया जाएगा। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं और राज्य में मुस्लिमों की आबादी 20 फीसदी के करीब है। यूपी की कई सीटें ऐसी हैं, जिन पर मुस्लिम ही जीत और हार तय करते हैं। ओवैसी की पार्टी के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने प्रत्याशी उतारने के फैसले की जानकारी देते हुए एबीपी न्यूज से कहा कि बीजेपी को तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने से रोकने के लिए समाजवादी पार्टी से समझौता चाह रहे थे। इसी के तहत समाजवादी पार्टी से 5 सीटें मांगी थीं, लेकिन अखिलेश यादव न समझौते के लिए तैयार हैं और न बातचीत के लिए ही। इसी वजह से अब एआईएमआईएम 25 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी।
ओवैसी की पार्टी ने अखिलेश यादव पर ये आरोप भी लगाया है कि वो बीजेपी से मिले हुए हैं। मोहम्मद फरहान ने कहा कि जो पार्टियां खुद को सेकुलर बताती हैं, वे मुस्लिमों को विधायक और सांसद बनते नहीं देखना चाहतीं। फरहान ने कहा कि अगर एआईएमआईएम प्रत्याशियों के कारण समाजवादी पार्टी और अन्य के उम्मीदवार हारते हैं, तो उसकी जिम्मेदारी अब इन्हीं पार्टियों की होगी। कुल मिलाकर ओवैसी की पार्टी के फैसले से यूपी में लोकसभा चुनाव का दंगल अब रोमांचक होने के पूरे आसार दिख रहे हैं।