नई दिल्ली। हाईकोर्ट के आदेश के बाद गोरखपुर के डॉ. कफील खान को जेल से रिहा कर दिया गया है। इसके अलावा अदालत ने डॉ. कफील खान पर लगे रासुका को भी हटाने का निर्देश दिया है। बता दें कि कफील खान की रिहाई पर राजनीतिक जगत से कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सांसद आजम खान की रिहाई का मुद्दा भी उठा दिया है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि हाईकोर्ट द्वारा डॉ. कफील की रिहाई के आदेश का देश-प्रदेश के हम सभी इंसाफपसंद लोगों ने सहर्ष स्वागत किया है। उम्मीद है झूठे मुकदमों में फंसाये गए आजम खान को भी शीघ्र ही न्याय मिलेगा। सत्ताधारियों का अन्याय व अत्याचार हमेशा नहीं चलता।
हाईकोर्ट द्वारा डॉ. कफ़ील की रिहाई के आदेश का देश-प्रदेश के हम सभी इंसाफ़पसंद लोगों ने सहर्ष स्वागत किया है. उम्मीद है झूठे मुक़दमों में फँसाये गये आज़म खान जी को भी शीघ्र ही न्याय मिलेगा. सत्ताधारियों का अन्याय व अत्याचार हमेशा नहीं चलता.#नहीं_चाहिए_भाजपा#NoMoreBJP pic.twitter.com/FW44zBNlSx
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 2, 2020
बता दें कि रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान सीतापुर की जेल में बंद हैं। उनके अलावा बेटे अब्दुल्लाह आजम और पत्नी तंजीम फातिमा भी जेल में हैं। आजम खान पर जमीन कब्जा करने, अवैध निर्माण समेत कई मुकदमें दर्ज किए गए हैं। यूपी सरकार की ओर से लगातार उनकी संपत्ति को जब्त किया जा रहा है और अवैध निर्माण को तोड़ा जा रहा है।
गौरतलब है कि मंगलवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए गोरखपुर के डॉक्टर कफील खान को रिहा करने का आदेश दिया था। जिसके बाद देर शाम को कफील जेल से बाहर आए। कफील खान पिछले कई महीनों से मथुरा की जेल में बंद थे। जेल से बाहर आकर कफील खान ने फिर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ‘राजधर्म’ करने की बजाय ‘बाल हठ’ में लिप्त थी। अब यूपी सरकार उनको किसी अन्य मामले में फंसा सकती है।