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Video: ‘मुझसे 67 लाख रूपए भी ठग लिए और टिकट भी नहीं दिया’, बिलखते हुए अरशद राणा ने लगाए BSP पर ऐसे आरोप

BSP : उन्होंने रोते बिलखते हुए बताया कि कैसे उन्हें ठगी का शिकार बनाया गया है। लिहाजा अब उन्होंने बसपा आलाकमान से इंसाफ की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला, तो वे खुद बसपा कार्यलय के सामने आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने अपने साथ हुए ठगी की शिकायत कोतवाल प्रभावी आनंद देव मिश्रा के समक्ष जाकर दर्ज करवा दी है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सभी सियासी दलों के आलाकमान अब प्रत्याशियों की सूची जारी करने में लग गए हैं। बीते गुरुवार को कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जा चुकी है। वहीं, बताया जा रहा है कि दो तीन के बाद भारतीय जनता पार्टी की तरफ से भी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की जा सकती है, लेकिन उससे पहले बहुजन समाज पार्टी की तरफ से टिकट देने के नाम पर पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है और इस ठगी का शिकार अरशद राणा हुए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे उनसे विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने के नाम पर 67 लाख रूपए ऐंठ लिए गए हैं। लेकिन अब जब टिकट वितरण का समय आया है, तो उनका पत्ता काट दिया गया है।
बीएसपी विधायक

उन्होंने रोते बिलखते हुए बताया कि कैसे उन्हें ठगी का शिकार बनाया गया है। लिहाजा अब उन्होंने बसपा आलाकमान से इंसाफ की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला, तो वे खुद बसपा कार्यलय के सामने आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने अपने साथ हुए ठगी की शिकायत कोतवाल प्रभावी आनंद देव मिश्रा के समक्ष जाकर दर्ज करवा दी है। आइए, आगे जानते हैं कि कैसे वे ठगी के शिकार हो गए और अब कैसे यह पूरा मामला प्रकाश में आया है।

जानिए पूरा माजरा

उन्होंने साल 18 दिसंबर 2018 के पूरे मामले को याद करते हुए कहा कि जब जिला कार्यालय में विभिन्न जनपदों में पार्टी के प्रभारी नियुक्त किए जाने थे। उस वक्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बसपा प्रभारी शमशुद्दीन राईन ने उनसे कहा था कि तुम्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चरथाल विधानसभा सीट से टिकट दिलवाएंगे, लेकिन उसके लिए तुम्हें कुछ रूपए देने होंगे। इस तरह उनसे कुल 67 लाख रूपरए की ठगी कर ली गई है, लेकिन अब जब टिकट देने का समय आया तो उन्हें साफ मना कर दिया, जिसकी अरशद राणा ने पार्टी आलाकमान से भी की थी, लेकिन जब कोई उचित कार्रवाई का आश्वास नहीं दिया गया, तो उन्होंने बाद में जहां मीडिया का सहारा लेकर अपने साथ हुए ठगी की कहानी मीडिया को बयां की तो वहीं दूसरी तरफ पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी है। हालांकि, पुलिस ने पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद स्पष्ट जांच करने का आश्वासन दिया है। अब ऐसे में देखना होगा कि आगे चलकर यह पुलिस के द्वारा क्या कुछ कार्रवाई की जाती है।