newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Ashok Gehlot: ‘सचिन पायलट समेत बागियों के फोन टैप कराए’, राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बारे में ओएसडी का बड़ा खुलासा

Ashok Gehlot: 2020 में सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के तौर-तरीकों से क्षुब्ध होकर बागी तेवर अपनाए थे। वो अपने साथी विधायकों के साथ हरियाणा चले गए थे और अशोक गहलोत को सीएम पद से हटाने के लिए कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बनाया था। अब उसी मामले में ताजा खुलासा हुआ है।

जयपुर। अशोक गहलोत जब राजस्थान के सीएम थे, उस वक्त लोकेश शर्मा उनके ओएसडी हुआ करते थे। अब लोकेश शर्मा ने अशोक गहलोत के बारे में बड़ा खुलासा किया है। लोकेश शर्मा का दावा है कि अशोक गहलोत ने अपनी सरकार के लिए संकट खड़ा करने वाले सचिन पायलट और उनके साथी बागी विधायकों के फोन टैप कराए। लोकेश शर्मा ने दावा किया है कि इस फोन टैप की सारी बातचीत अशोक गहलोत ने ही एक पेन ड्राइव में उनको दी थी और मीडिया तक पहुंचाने के लिए कहा था। सुनिए लोकेश शर्मा का दावा कि उस दौरान क्या हुआ था।

दरअसल, 2020 में सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के तौर-तरीकों से क्षुब्ध होकर बागी तेवर अपनाए थे। वो अपने साथी विधायकों के साथ हरियाणा चले गए थे और अशोक गहलोत को सीएम पद से हटाने के लिए कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बनाया था। अशोक गहलोत के बारे में उनके ओएसडी लोकेश शर्मा ने अब ये खुलासा किया है कि उस दौरान गहलोत ने सचिन पायलट और उनके साथियों के फोन टैप कराए और इसे ऐसा रंग दिया कि बीजेपी नेतृत्व राजस्थान में उनकी सत्ता पलटने की कोशिश कर रहा है। लोकेश शर्मा का दावा है कि बीजेपी पर लगाया गया आरोप पूरी तरह गलत था। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को इस मामले में गहलोत मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर पेश कर रहे थे।

sachin pilot and ashok gehlot

राजस्थान में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी, उस वक्त सचिन पायलट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे। वो गहलोत सरकार में डिप्टी सीएम भी बने थे, लेकिन अशोक गहलोत से उनका मनमुटाव हो गया। दोनों के बीच इतनी तनातनी चली थी कि गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार और कोरोना तक कह दिया था। वहीं, पेपर लीक मामले में सचिन पायलट ने अशोक गहलोत की सरकार के खिलाफ अजमेर से जयपुर की पदयात्रा के बाद एक दिन का धरना भी दिया था। अब लोकेश शर्मा के खुलासे के बाद अशोक गहलोत को जवाब देने में मुश्किल हो सकती है। साथ ही लोकसभा चुनाव के दूसरे दौर के मतदान से ठीक पहले हुए इस खुलासे से बीजेपी को भी कांग्रेस और गहलोत पर निशाना साधने का मौका मिल सकता है।