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Owaisis Politics: एक बार फिर टीपू सुल्तान के सहारे ओवैसी ने चमकाई अपनी मुस्लिम परस्त सियासत, सावरकर के बारे में उगली आग

AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी की पूरी सियासत मुस्लिम बनाम हिंदू के इर्द-गिर्द ही घूमती है। अब ओवैसी की इस सियासत में एक बार फिर मैसूर से शासक रहे टीपू सुल्तान की एंट्री हुई है। ओवैसी ने शनिवार को महबूबनगर में अपनी पार्टी की एक रैली में जमकर टीपू सुल्तान की तारीफ की।

महबूबनगर। AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी की पूरी सियासत मुस्लिम बनाम हिंदू के इर्द-गिर्द ही घूमती है। अब ओवैसी की इस सियासत में एक बार फिर मैसूर से शासक रहे टीपू सुल्तान की एंट्री हुई है। ओवैसी ने शनिवार को महबूबनगर में अपनी पार्टी की एक रैली में जमकर टीपू सुल्तान की तारीफ की। ओवैसी ने टीपू को आजादी के आंदोलन में सबसे बड़े नायकों में से एक बताया। ओवैसी ने कहा कि टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के खिलाफ जो जंग लड़ी, उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि आज जो लोग मुसलमानों के खिलाफ घृणा फैला रहे हैं, वे टीपू के बारे में झूठ बोलते हैं। ओवैसी ने कहा कि टीपू सुल्तान पर इलियास भटकली की किताब सबको पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि टीपू ने राह दिखाई और उसी पर चलकर देश को अंग्रेजी शासन से मुक्ति मिली। इस दौरान उन्होंने महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के बारे में आग भी उगली।

Owaisi

ओवैसी यहीं नहीं रुके। टीप सुल्तान की तारीफ करने का सिलसिला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि मैसूर के शासक को सिर्फ धर्म के बारे में ही पता नहीं था। वो फारसी, अरबी, कन्नड़ और फ्रेंच भाषाएं भी जानते थे। ओवैसी ने कहा कि टीपू ने अंग्रेजों के खिलाफ 4 जंग लड़े। आज देश में कुछ लोग उनकी निशानी मिटाना चाहते हैं। अब ओवैसी वीर सावरकर को अपने भाषण में ले आए। उन्होंने कहा कि सावरकर ने 4 बार अंग्रेजों को माफीनामा भेजा था। उन्होंने कहा कि टीपू और सावरकर में आसमान और जमीन का अंतर है। ओवैसी ने आगे कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि टीपू सुल्तान हिंदुओं के खिलाफ थे। हम बताना चाहते हैं कि टीपू तो अंग्रेजों के साथ मिल गए निजाम और मराठा के अलावा कर्नाटक के नवाब के खिलाफ भी थे। ओवैसी का पूरा भाषण आप नीचे दिए गए उनकी पार्टी के ट्वीट में सुन सकते हैं।

ओवैसी ने अपने भाषण को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इतिहासकार बीएन पांडेय ने अपनी किताब में लिखा है कि टीपू सुल्तान ने कई मंदिरों को दान दिया। इसके बाद ओवैसी ने दावा किया कि टीपू की एक अंगूठी को जब लंदन में क्रिस्टीज ने 1.35 लाख पौंड में नीलाम किया, तो देखा गया कि उस अंगूठी में ‘राम’ लिखा था। उन्होंने ये भी कहा कि भारत के संविधान की मूल प्रति में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के साथ ही टीपू सुल्तान की तस्वीर भी है। बता दें कि ओवैसी कई बार पहले भी टीपू सुल्तान की तारीफ कर चुके हैं। जबकि, ये भी तथ्य है कि टीपू ने मोपला में हिंदुओं का नरसंहार किया था। इतिहास में ये भी दर्ज है कि टीपू के दौर में हिंदुओं का धर्म परिवर्तन भी जमकर कराया गया था।