नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन AIMIM के चीफ और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर सोशल मीडिया पर यूजर्स के निशाने पर आ गए। यूजर्स ने उनको जमकर फटकार लगाई। ओवैसी को फटकार लगने की वजह उनका हिंदू-मुसलमान की सियासत है। पहले भी ओवैसी को ऐसे रुख की वजह से सोशल मीडिया पर नाराजगी का सामना करना पड़ा है। इस बार लोग इस वजह से उनपर भड़के, क्योंकि मुस्लिमों की सियासत करने में ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी को घसीट लिया और उनपर आरोपों की बौछार कर दी। इसी वजह से लोग उनपर भड़क उठे और खूब खरी-खोटी सुनाने लगे।
ओवैसी ने न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ से बातचीत में मोदी पर निशाना साधा। मसला गुजरात सरकार की तरफ से समान नागरिक संहिता UCC को लागू करने के लिए कमेटी बनाने का फैसला था। ओवैसी ने इंटरव्यू में कहा कि पीएम मोदी को ये क्रेडिट जाता है कि उन्होंने अपनी 8 साल की सियासत में मुसलमानों को राजनीतिक तौर पर गुमनाम और अनदेखा बना दिया है। ओवैसी ने कहा कि आज हालत ये है कि कोई भी सेकुलर पार्टी अब मुसलमानों का नाम लेने से भी कतराती है। हालत ये है कि जब ऐसी पार्टियों के नेता मंच से भाषण भी देते हैं, तो ये तय कर लेते हैं कि कोई मुसलमान उनके साथ अगल-बगल न खड़ा हो।
Exclusive – अहमदाबाद में ABP News से बोले AIMIM के मुखिया असद्दुदीन ओवैसी @asadowaisi
“पीएम मोदी को क्रेडिट कि उन्होंने 8 साल की पॉलिटिक्स में मुसलमानों को देश में politically Invisible कर दिया है।
आज कोई भी सेकुलर पार्टी मुसलमानों का नाम लेने से कतराती है।” pic.twitter.com/cc4gpBe1ze— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) October 29, 2022
ओवैसी के इस बयान के प्रसारित होने और सोशल मीडिया में आने के बाद लोग उन पर पिल पड़े। यूजर्स ने उनको जमकर सुनाई। यूजर्स ने सलाह दी कि मुसलमानों को भी बीजेपी को वोट देना चाहिए। एक यूजर ने लिखा कि सेकुलर और मुसलमान दोनों बोल रहे हैं, इनको कैसे झेलते हैं लोग। वहीं, एक दूसरे यूजर ने टिप्पणी की कि कुछ तो गुस्ताखियां होंगी, वरना कोई बेवफा नहीं होता। जबकि, एक अन्य यूजर ने लिखा कि जो लोग बीजेपी पर हिंदू-मुस्लिम करने का आरोप लगाते हैं, वे खुद धर्म के आधार पर एक मुस्लिम को देश का पीएम बनाना चाहते हैं। यूजर्स ने और क्या लिखा, ये आप ऊपर दिए गए ट्वीट के रिप्लाई सेक्शन में जाकर पढ़ सकते हैं।