जयपुर। राजस्थान सरकार अपना बजट पेश कर रही है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट भाषण पढ़ा। लेकिन एक बड़ी गलती के कारण अशोक गहलोत को शर्मिंदा होना पड़ा। राजस्थान विधानसभा सदन में सीएम अशोक गहलोत अपने बजट भाषण के दौरान अचानक अटक गए। दरअसल सीएम गहलोत ने सुबह 11 बजे बजट भाषण पढ़ना शुरू किया। इस दौरान गहलोत खुद बजट पढ़ते पढ़ते अटक गए। मनरेगा की 125 दिन शहरी रोजगार गारंटी योजना की जानकारी बजट में आते ही गलती का ऐहसास हुआ कि सीएम ने पिछले बजट को पढ़ डाला है।
आपको बता दें कि मंत्री महेश जोशी ने सीएम के पास जाकर यह गलती बताई। इसके बाद सीएम ने माफी भी मांगी कि गलती हो जाती है। लेकिन गहलोत भी चौंक गए कि बजट के पेपर में पुराने बजट के कागज कैसे आ गए। अब माना जा रहा है कि बजट को लेकर किसी न किसी अधिकारी पर गाज गिराई जा सकती है। गलती कहां और कैसे हुई है, इसकी जांच की जा रही है। गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री के राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के चलते राजस्थान मै भी विपक्ष भी इस ताक में था कि बजट में हंगामा हो परंतु बजट सत्र में सरकार द्वारा ही चूक हुई जिसके चलते बजट सत्र हंगामे की के कारण बर्बाद हो गया है।
देखें वीडियो-
राजस्थान के CM अशोक गहलोत ने बजट भाषण में पिछले साल का बजट पढ़ा …विधानसभा में हंगामा हुआ pic.twitter.com/3jF72bH8Zv
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) February 10, 2023
आखिर कहां फंस गया पेंच
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने भाषण के दौरान कहा कि अब मैं, शहरों में भी रोजगार सुनिश्चित करने के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना लागू करने की घोषणा करता हूं और इस योजना के माध्यम से आने वाले साल से शहरी क्षेत्रा में निवास करने वाले परिवारों को भी उनके द्वारा मांगे जाने पर प्रतिवर्ष 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। इस पर लगभग 800 करोड़ रुपए वार्षिक खर्च होंगे। इसके बाद ही बीजेपी ने आरोप लगाया कि सीएम पुराना बजट भाषण पढ़ रहे हैं। CM को ये भी नहीं पता कि उनका नया भाषण कौनसा है।