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Ayodhya: अगले महीने धर्म नगरी अयोध्या में होगा रामायण कॉन्क्लेव, जानिए क्या है सरकार की योजना

Ayodhya: उत्तर प्रदेश के सभी सांस्कृतिक क्षेत्रों में इस तरह के धार्मिक कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अवध, पूर्वांचल, बुंदेलखंड, ब्रज और पश्चिमी यूपी के शहर शामिल है।

नई दिल्ली। धर्म नगरी अयोध्या में रामायण कॉन्क्लेव का आयोजन किए जाने की बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि शहर में अगले महीने यानी अगस्त के महीने में इस कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के सभी सांस्कृतिक क्षेत्रों में इस तरह के धार्मिक कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अवध, पूर्वांचल, बुंदेलखंड, ब्रज और पश्चिमी यूपी के शहर शामिल है। इस कॉन्क्लेव के दौरान भगवान श्रीराम के जीवन से प्रसंगों को भी प्रस्तुत किए जाने की बात कही जा रही है। इस आयोजन का लक्ष्य समाज में एकता, मानवता और संस्कृति का विकास करना है।

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29 और 30 अगस्त को होगा कॉन्क्लेव

बता दें अयोध्या में होने वाले इस कॉन्क्लेव को 29 और 30 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। जिसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। अयोध्या में एक तरफ जहां राम मंदिर बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ रामायण कॉन्क्लेव जैसे कार्यक्रम आयोजित करके संस्कृति और सभ्यता को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में अगस्त के महीने में यह धार्मिक कॉन्क्लेव को आयोजित किया जाएगा। इस कॉन्क्लेव में भगवान श्री राम के जीवन से जुड़े प्रसंगों को अलग-अलग तरह पेश किए जाने की योजना भी शामिल है। जहां लोक कलाओं का भी सहारा लिया जाएगा।

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किस तरह का होगा राम मंदिर

अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में चौखट लगाने के लिए मकराना के सफेद मार्बल आ उपयोग किया जाएगा। जिसके लिए राम जन्मभूमि यानी अयोध्या की कार्यशाला में मकराना के सफेद मार्बल पहुंचा दिए गए हैं। कहा जा रहा है कि मंदिर के लिए बनाए गए चौखट के लिए तराशे गए सफेद मार्बल का उपयोग किया गया है। राम जन्मभूमि में 30 चौखट बाज़ू का इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए चल रहे काम में भी अब तेजी आ गई है, जिसके चलते कहा जा रह है कि साल 2023 तक मंदिर के गर्भ गृह का निर्माण कर दिया जाएगा। वहीं ट्र्स्ट ने भी फैसला लेते हुए कहा है कि साल 2023 तक भक्तों के मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।

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सरकार की योजना

बता दें कि योगी सरकार अयोध्या को बड़े सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। प्रदेश के सभी तीर्थ स्थलों को अयोध्या से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इतना ही नहीं, अयोध्या की तरह ही अन्य जगहों पर भी विकास किए जाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। वहीं अगस्त में आयोजित होने जा रहे इस कॉन्क्लेव में रामायण से जुड़े अलग-अलग प्रसंगों पर चित्रकारी शिविर आयोजित किए जाएंगे।