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UP By-Election 2022: रामपुर के चुनाव में इस बार आजम के परिवार से कोई प्रत्याशी नहीं, साढ़े चार दशक में हुआ पहली मर्तबा

UP By-Election 2022: बता दें कि रामपुर विधानसभा सीट से आजम ने 12 मर्तबा चुनावी मैदान में उतरे। जिसमें उन्होंने 10 बार जीत हासिल करने में कामयाब हुए। जबकि 2 बार आजम खान को शिकस्त खानी पड़ी थी। साल 1977 में उनकी सियासी पारी की शुरुआत हई। आजम खान ने रामपुर सीट से पहली दफा चुनाव अखाड़े में उतरे।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने कैंडिडेट के नाम की घोषणा कर दी है। सपा ने इस सीट से आजम खान के करीबी आसिम रजा को चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान किया है। हैरान करने वाली बात ये है कि लंबे वक्त से ये सीट आजम खान का गढ़ माना जाता रहता है। लेकिन इस बार रामपुर सीट से सपा ने आजम खान के परिवार किसी भी सदस्य को यह से नहीं उतारा है। बता दें कि पिछले 45 साल से रामपुर सीट पर आजम खान का गढ़ माना जाता है। मगर इतने लंबे समय के बाद पार्टी ने आजम खान या उनके परिवार के किसी भी सदस्यों को यहां से टिकट नहीं देकर चौंका दिया है। आमूमन ऐसा होता रहा है कि रामपुर सीट से आजम या उनकी पत्नी तजीन फातिमा या फिर परिवार का कोई भी सदस्य चुनावी मैदान में जरूर खड़ा होता रहा है। बता दें कि भड़काऊ भाषण मामले में आजम को सजा मिलने के बाद ये सीट रिक्त हुई थी। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से आकाश सक्सेना को चुनावी मैदान में उतारा है।

Azam Khan

बता दें कि रामपुर विधानसभा सीट से आजम ने 12 मर्तबा चुनावी मैदान में उतरे। जिसमें उन्होंने 10 बार जीत हासिल करने में कामयाब हुए। जबकि 2 बार आजम खान को शिकस्त खानी पड़ी थी। साल 1977 में उनकी सियासी पारी की शुरुआत हई। आजम खान ने रामपुर सीट से पहली दफा चुनाव अखाड़े में उतरे। उस दौरान कांग्रेस पार्टी का इस सीट पर दबदबा था। इसी वजह से उन्हें पहले चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था। हालांकि इसके बाद वो लगातार पांच साल तक इस सीट पर विजय हासिल करते रहे। साल 1980 से 1993 के बीच रामपुर सीट से विधायक बने रहे। साल 1996 में उन्हें कांग्रेस के अफरोज अली के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा। लेकिन उसके बाद साल 2002 से 2022 तक वो फिर से  लगातार 5 बार विधानसभा का चुनाव जीतते रहे।

Azam Khan

इसके बाद वो साल 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से चुनाव मैदान में उतरे और जीत भी हासिल की। लेकिन आजम खान और उनके परिवार के सदस्यों में कई केस दर्ज हुए। तत्कालीन अखिलेश सरकार में उन्हें जमीन हड़पने के एक केस में आजम खान की पत्नी और बेटे को जेल की हवा भी खानी पड़ी। इसके अलावा खुद उन्हें पर कई केस दर्ज हुए और वो कई महीनों तक सीतापुर जेल में बंद भी रहे। वहीं 2022 विधानसभा चुनाव उन्होंने जेल में रहते हुए लड़ा और जीत भी हासिल की। मगर हाल ही में भड़काऊ भाषण केस में सजा मिलने के बाद आजम खान की विधायकी चले गई। जिसके बाद सपा ने अब उनके करीबी आसिम रजा को इस सीट पर टिकट दिया है। बता दें कि 5 दिसंबर को रामपुर में उपचुनाव होने है। वहीं नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।